जो लोग यूपीएससी की तैयारी करते हैं। जो लोग सिविल की तैयारी करते हैं। उन लोगों को पता है कि किस तरीके से यूपीएससी यानी सिविल की तैयारी की जाती है। आईएएस की तैयारी करने में बहुत मेहनत लगती है। चाहे वह रिटर्न पास करना हो, चाहे फिर इंटरव्यू पास करना हो। जो लोग भी यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। वह छात्र जानते हैं, समझते हैं। यूपीएससी की तैयारी करने के बाद जब एग्जाम पास किया जाता है तो सबसे बड़ा पहाड़ वही होता है।
और एग्जाम बीट करने के बाद जब हम आगे बढ़ते हैं, और इंटरव्यू सेशन होता है तो इंटरव्यू सेशन में अच्छों अच्छों के पसीने छूट जाते हैं। उसमें ऐसे सवाल होते हैं जो ना तो किसी ने कभी सोचे होंगे और नाही कभी किसी ने अपने मन में बसाए होंगे।

क्योंकि आईएएस के इंटरव्यू में सवाल कोई भी हो सकता है, कुछ भी हो सकता है। क्योंकि उसमें आपका प्रेजेंस ऑफ माइंड देखा जाता है। उसमें आपके माइंड का सेंटीमेंट देखा जाता है। उसमें आप की एक्टिविटी देखी जाती है। उसमें आपको देखा जाता है कि आप कितने शार्प माइंडेड हैं।

क्योंकि आने वाले वक्त में जब आप इस इंटरव्यू को क्वालीफाई करके एक आईएएस बन जाते हैं, तो आपके कंधों पर दोस्तों किसी भी राज्य के 1 जिले की जिम्मेदारी हो जाती है। क्योंकि जिले का एक जिम्मेदार अधिकारी जिला अधिकारी कहा जाता है। और वह जिले का पहला पिता भी कहा जाता है।
तो जिले की जिम्मेदारी में पूरी आबादी की ज़िम्मेदारी रहती है। सबकी जिम्मेदारी आपके कंधों पर होती है। अगर कुछ भी, कुछ भी हानि होती है या कुछ भी गलत या सही होता है तो हर चीज का क्रेडिट आपको जाएगा।

उसकी जिम्मेदारी आपको जाएगी। यूपीएससी के एग्जाम से पहले बेतरतीब तरीके से एग्जाम की तैयारी करनी होती है। एग्जाम बीट करना होता है। एग्जाम बीट करने के बाद अगर आप उसे क्वालीफाई कर जाते हैं तो उसके बाद आपको एक इंटरव्यू देना पड़ता है।

उस इंटरव्यू में गुजरने के लिए उस इंटरव्यू को पास करने के लिए आपको बहुत मेहनत करनी पड़ती है। और सबसे बड़ी बात यह है दिलचस्प बात यह है कि उस इंटरव्यू में कुछ भी कैसा भी सवाल हो सकता है। कुछ सवाल इस वक्त हम आपकी स्क्रीन पर, कुछ सवाल इस वक्त हम आपकी इस खबर में डालने जा रहे हैं।

उन सवालों को देखकर सुनकर सोचकर आप भी हैरान, दंग हो जायेंगे। और ऐसे ट्रिकी सवालों के बाद आप ही सोचेंगे कि अरे ये तो पहेलियां हैं। यह तो कोई भी कहीं से भी कैसे भी पूछ सकता है। अब ये पहेली किताबों में तो होती नहीं है। सवाल कुछ ऐसे होते हैं, जैसे-
पहला सवाल – आप सिर्फ 2 का प्रयोग करते हुए 23 को कैसे लिख सकते हैं?
जवाब: 22+2/2
दूसरा सवाल – एक किसान के पास कुछ मुर्गे और बकरियां हैं. अगर सबके कुल 90 सिर और 224 पैर हैं तो बकरियों की संख्या कितनी होगी?
जवाब- 22 बकरियां होंगी.
तीसरा सवाल- उस मंदिर का क्या नाम है जो दिन में लगातार दो बार गायब ही हो जाता है?
जवाब: श्री स्तंभेश्वर महादेव मंदिर.
चौथा सवाल- ऐसा कौन सा दूकानदार है जो अपसे माल भी लेता है और दाम भी ?
जवाब: नाई.
पांच सवाल – सोने की उस वस्तु का नाम बताइए, जो सुनार की दुकान में नहीं मिलती?
जवाब: चारपाई. चारपाई सोने के लिए होती है, मगर सुनार की दुकान में नहीं मिलती.
आखिरी सवाल – आप एक कच्चे अंडे को ठोस सतह पर कैसे छोड़गे कि यह क्रैक ना हो?
जवाब: ठोस सतह अंडे से के गिरने से नहीं टूटेगी, कैसे भी अंड़े को छोड़ सकते हैं.
अब आपको अपनी एक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए सवाल का जवाब देना होता है। कई बार तो होता है कि आपको सवाल ही समझ नहीं आता लेकिन आप उस सवाल के लिए कितने जिम्मेदार हैं, और कितनी ज़िम्मेदारी से, कितनी क्षमता से आपने इस सवाल का जवाब दिया ये मायने रखता है।