दरअसल आपको बतादें कि, भारत में पाया जा रहा कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओरिजनल वायरस की तुलना में आसानी से प्रसारित होता है। ये भी आशंका है कि संभवत: नए वेरिएंट ने वैक्सीन से बचाव के लिए भी कुछ प्रतिरोध विकसित कर लिया है। ऐसे में WHO ने इसे वैश्विक स्तर पर चिंता के विषय के रूप में वर्गीकृत किया है। भारत कोरोना महामारी की दूसरी लहर से सबसे ज्यादा परेशान है। लेकिन भारत में तबाही मचा रहा कोविड का ये नया वेरिएंट अब पूरी दुनिया के लिए परेशानी की वजह बन सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सोमवार को कहा है कि महामारी का भारतीय वेरिएंट काफी ज्यादा संक्रामक है और ये पूरी दुनिया के लिए चिंता और सरोकार का विषय है। लेकिन ऐसे में भी कुछ डॉक्टर्स या फिर यूं कहें कि धरती का भगवान भी जल्लाद सा बनता जा रहा है।

कुछ अस्पताल तो इस महामारी में मानों जैसे धंधा कर रहे हों। यकीन नहीं आता तो आप इस पूरी स्टोरी को पढ़िए और फिर आंकलन कीजिए। बतादें पति रौशन की मौत के बाद पत्नी रुचि जिस तरह से फूट-फूट कर रोई और आपबीती सुनाई वो दर्दनाक है।

रौंगटे खड़े करने वाले खुलासे करते हुए पत्नी रुचि ने बताया कि पति के इलाज के लिए उन्हें छेड़छाड़ तक सहन करनी पड़ी है। अब आप ज़रा सोचिए कि ऐसे में आप क्या करेंगे। पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर बिहार के मधुबनी में रहने वाले रौशन चंद्र दास का निधन हो चुका हैं।

कोरोना से लड़ते हुए वो हार गए और पटना के राजेश्वर अस्तपाल में अंतिम सांस ली थी। पत्नी ने बताया कि उनके पति को इलाज के लिए तड़पाया गया, जिस वजह से उनकी मौत हो गई।

आरोप है कि अस्पताल वाले अक्सर ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर देते थे, ताकि लोग परेशान होकर ज्यादा कीमत पर ऑक्सीजन खरीदें, रुचि ने भी मंहगी ऑक्सीजन खरीदी मगर वो अपने पति को नहीं बचा सकी।
रुचि आगे कहती हैं कि अब वो नहीं चाहती है कि जिस तरह से उनके पति की मौत हुई, वैसे किसी और की मौत हो।अंत में रोते हुए उन्होंने कहा, डॉक्टर के भरोसे मरीज को नहीं छोड़ा जा सकता, जल्लाद हैं सारे। अब जैसे ही मामले की जानकारी बड़े पुलिस अधिकारियों को लगी तो उन्होंने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए तत्काल एक्शन भी लिया।