महामारी की दूसरी लहर के तहत अबतक 269 डॉक्टरों की जान चली गई है। आईएमए ने इसकी जानकारी दी। बिहार राज्य में सबसे ज्यादा डॉक्टरों की मौत हुई, जबकि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले होने के बाद डॉक्टरों की मौत का आंकड़ा कम है। भारतीय मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने एक चौंकाने वाला आंकड़ा जारी किया है। आईएमए के मुताबिक, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अबतक 269 डॉकटरों की जान जा चुकी है। आईएमए ने सभी राज्यों का आंकड़ा जारी किया है।
हालांकि, पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में डॉक्टरों की हुई मौत का आंकड़ा कम है। बता दें कि कोरोना की पहली लहर के दौरान 748 डॉक्टरों की जान गई थी। अब वर्तमान की स्थिति किसी से छुपी नहीं है, लेकिन इतने पर भी कोई मानने को तैयार नहीं है।
एक मामला मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में देखने को मिला है। टीकमगढ़ जिले के पृथ्वीपुर ब्लॉक के लोहरवा गांव में महामारी। टीकमगढ़ जिले के पृथ्वीपुर ब्लॉक के लोहरवा गांव में कोरोना से 24 वर्ष का एक लड़का शादी में शामिल हुआ और करीब 3 दर्जन लोगों को कोरोना पॉजिटिव कर दिया। आपको बता दें एक के बाद एक करके लोग कोरोनावायरस की चपेट मे आते ही गए तो होश उड़ने लगे।
अब प्रशासन गांव के घर घर में सर्वे में लगा है साथ ही पूरे गांव को सैनिटाइज भी करवाया जा रहा है गांव में अब तक 40 लोगों के कोरोनावायरस में होने की जानकारी सामने आई है ग्रामीण दहशत में हैं और चिकित्सा विभाग में भी हलचल मचा हुआ है। ख़बर के मुताबिक 27 अप्रैल को अरुण मिश्रा नाम के लड़के की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
लड़का गांव में 29 अप्रैल को एक विवाह समारोह में शामिल हुआ सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज और उनके घर के आसपास से कोरोना पॉजिटिव अरुण मिश्रा नाही शादी समारोह में शामिल हुआ, जिसके बाद पता चला कि गांव के 40 से भी ज्यादा लोग करोना पॉजिटिव हो गए हैं।