जैसा कि हम सब जानते हैं महामारी काल में हर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। यहां तक जिनकी नौकरी अभी चल रही है उनको भी सैलरी कट जैसी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है जो कि एक गंभीर विषय है। यहां तक कि सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में भी कटौती देखने को मिली थी, क्योंकि सरकार के पास भी धीरे-धीरे फंड खत्म हो रहे हैं।वायरस का सबसे ज़्यादा असर एविएशन, हॉस्पिटैलिटी, शिक्षा, खेलकूद, राष्ट्रीय सम्मेलन, विभिन्न प्रकार के व्यवसाय आदि सहित कई सारे दूसरे क्षेत्र भी प्रभावित हैं।
लोगों के कारोबार भी चौपट हो गए। जिन होटल और रेस्टोरेंट्स में जनता पहले खूब जाती थी, आज वही होटल और रेस्टोरेंट भी खाली हैं। कोरोना महामारी ने अर्थव्यवस्था की तो कमर ही तोड़ दी है, जिसका सबसे ज़्यादा असर मध्य वर्ग पर पड़ता है।
इस बात पर भी कोई शक नहीं है कि आज भी वही परिस्थितियां है कि अमीर, अमीर होता जा रहा है और गरीब, गरीब होता जा रहा है। इसके अलावा मध्यवर्ग एक ईमानदार टैक्सपेयर के रूप में अपने परिवार को पालने के लिए जी जान लगा रहा है।
अभी रोम कोरोना वायरस से लड़ ही रहा है कि यहां अचानक तेज आवाज के साथ 10 फीट लंबा और 8 फीट गहरा गड्ढा हो गया। ना तो यहां कोई भूकंप आया था ना ही कोई मिसाइल अटैक। अचानक बीच सड़क ये गड्ढा बन गया।
जब कुछ लोग इस गड्ढे के अंदर गए, तो हैरान रह गए। अंदर दो हजार साल पुराना इतिहास वैसे ही सुरक्षित रखा मिला। तस्वीरों में देखें देखें कैसा था गड्ढे के अंदर का नजारा। इस गड्ढे के अंदर जो पत्थर पाए गए, उनसे ही पन्थीओं के कई बिल्डिंग्स बने हैं। बाद में इन इमारतों को दोबारा ठीक किया गया।
लेकिन अंदर आज भी यही पत्थर मौजूद है। 12 मई को अचानक यहां तेज धमाका हुआ और जमीन में 8 फ़ीट बड़ा गड्ढा हो गया। इसके बाद वहां हड़कंप मच गया। कई विशेषज्ञों ने गड्ढे के नीचे जाकर वहां का जायजा लिया, जिसमें 2 हजार साल पुरानी चीजें मिलने से सनसनी फैल गई।