पूरे देश में एक बार फिर माहमारी का कहर जारी है। कई जगहों पर लॉकडाउन लगा दिया गया है। इसकी वजह से लोगों को घर में ही रहना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों के मनोरंजन के लिए टीवी शो रामायण और महाभारत फिर से शुरू कर दिया गया है। कोविड कि वजह से कई सेरिअल्स की शूटिंग भी बंद है। पिछले साल लॉकडाउन के समय ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ जैसे कई 80 और 90 के दशक के सीरियल का प्रसारण किया गया था। वहीं ‘रामायण’ ने तो टीआरपी के सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए थे।
वहीं अब ‘रामायण’ के फैंस के लिए अच्छी खबर के साथ फिर से शुरू हो गया है। ऐसे में रामायण से जुड़े किस्से भी घर-घर में होने लगे हैं। आपने रामायण भी देखी होगी और रामायण से जुड़े किस्से पढ़े होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रावण की मृत्यु का कारण बने शूर्पणखा के पति कौन थे।

जी हां, ऐसी कहानियां भी कही जाती हैं कि रावण के वध का कारण शूर्पणखा था और इसका कारण शूर्पणखा का श्राप था। जानिए क्या है शूर्पणखा के पति की कहानी, जो बहुत कम लोग ही जानते है। रावण, कुम्भकरण, विभीषण और शूर्पणखा ये चारो सगे भाई बहिन थे
सभी का विवाह हुआ शूर्पणखा का विवाह कालकेय जाती के राक्षस विधुज्जिह से हुआ था जो की पटेल में निवास करता था। रावण विश्रवा ऋषि का पुत्र थे लेकिन उसने अपने ब्राह्मण पिता का नही माता कैकसी के कुल राक्षस वंश के गुणों का आश्रय लिया था।

पाताल विजय कर जब वो लंका पहुंच तो पीछे शूर्पणखा भी आ पहुंची और विलाप करने लगी। जब रावण ने उसका कारण पूछा तो शूर्पणखा ने कहा की आपने खुद ही मुझे विधवा कर दिया और अब मेरे विलाप के विषय में पूछ रहे है।

लंका पर उसके राज्याभिषेक होते ही उसने त्रिलोकी जितने का प्राण किया इस बाबत वो सभी लोगो में युद्ध के लिए विचरने लगा। उसी समय वो पाताल में गया और वँहा कालकेय राक्षसों से संग्राम में अपने बहनोई को मार डाला।

तब रावण ने उसे कहा की मैंने जान बुझ कर उसे नही मारा में युद्ध के नशे में था और उस समय मुझे इस बात का ध्यान न रहा की सामने बहनोई है या कोई राक्षस। कहानी यह भी है कि शूर्पणखा की नाक काटकर रावण ने राम से दुश्मनी कर सीता का अपहरण कर लिया था। सीता का अपहरण उनके वध का कारण था। ऐसे में कहा जाता है कि शूर्पणखा की वजह से रावण का वध हुआ था।