चण्डीगढ़ – हरियाणा के राज्यपाल एवं गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने शोधार्थियों से आह्वान करते हुए कहा कि वे शोध कार्यों को औपचारिकताओं व अपने विचारों तक ही सीमित न रखें।
मूल शोधकार्यों को पेटेंट करवाएं और स्टार्ट-अप के माध्यम से आगे बढ़ें ताकि यह समाज के लिए उपयोगी हो सके। उन्होंने कहा कि शोधार्थी स्वयं को आत्मनिर्भर बनाएं, इससे देश भी आत्मनिर्भर बनेगा।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल यूनिवर्सिटी कंप्यूटर एंड इंफॉर्मेटिक्स सेंटर में शोधार्थियों से बात कर रहे थे। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा के उपाध्यक्ष रणबीर सिंह गंगवा भी उपस्थित थे।
विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के एक शोधार्थी मनीष कुमार ने तैयार किए कृत्रिम हाथ की प्रस्तुति दी।
शोधार्थी ने बताया कि यह कृत्रिम हाथ असली हाथ की तरह काम करेगा। तकनीक के पूर्णतया विकसित होने के बाद यह हाथ अपनी तरह का विश्व का सबसे सस्ता कृत्रिम हाथ होगा।
राज्यपाल ने कहा इस दिशा में लगातार कार्य करें, यह एक अच्छा विचार है। उन्होंने कहा कि युवा केवल नौकरी चाहने के लिए कार्य न करें, बल्कि नौकरी देने वाले बनें। उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की तरह कृषि की नई-नई तकनीकों के बारे में शोधार्थियों से विचार सांझा किए।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि शोध ओर नवाचार किसी भी राष्ट्र के विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राज्यपाल ने गुरु जम्भेश्वर महाराज धार्मिक अध्ययन संस्थान का भी दौरा किया। इस दौरान संस्थान के अध्यक्ष प्रो. किशनाराम बिश्नोई ने संस्थान के बारे में विस्तृत जानकारी दी।