बरसात के कारण हरियाणा में भी बिजली संकट पैदा हो सकता है। बारिश के कारण कोयले की खदानों में पानी भरने कर कारण कोयला आपूर्ति बाधित हो गई है। कोयला आपूर्ति में कमी से पूरे देश में बिजली संकट गहरा सकता है। इसी बीच हरियाणा के पास आगामी पांच दिन का कोयला स्टॉक है।
अगर पांच दिन के बाद हरियाणा को कोयला की सप्लाई नहीं मिलती है तो बिजली संकट गहरा सकता है। हालांकि, मौजूदा समय में प्रदेश में मांग के अनुसार बिजली सप्लाई दी जा रही है।

बिजली निगमों के अधिकारियों का दावा है कि आने वाले कुछ ही दिनों में कोयला सप्लाई सुचारू रूप से चलेगी।
मांग से ज्यादा बिजली उपलब्ध
रविवार को प्रदेश में 6 हजार मेगावाट की मांग रही, जबकि इसके मुकाबले 6814 मेगावाट बिजली उपलब्ध रही। इस समय प्रदेश में पानीपत थर्मल प्लांट की यूनिट 7 और 8 चल रही हैं, जबकि खेदड़ प्लांट की यूनिट संख्या 1 चल रही है।

प्लांट की यूनिटें करनी पड़ सकती है बंद
नो डिमांड के चलते अन्य प्लांटों की यूनिटों को बंद किया गया है। फिलहाल केंद्र से 4518 मेगावाट और प्रदेश में 1516 मेगावाट बिजली मिल रही है। अगर समय रहते कोयले की सप्लाई नहीं मिली तो यूनिटें बंद करनी पड़ सकती हैं।

हरियाणा को प्रतिदिन 12 रैक कोयला चाहिए होता है। एक रैक में 3800 टन कोयला होता है। इस समय प्लांटों के पास पांच दिन तक काम चलाने के लिए कोयला रखा है।
फिर शुरू होगी कोयला आपूर्ति

बिजली निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे लगातार केंद्र के संपर्क में हैं। संभावना है कि आने वाले कुछ दिनों में कोयला आपूर्ति फिर से शुरू हो जाएगी। फिलहाल प्रदेश में बिजली की कोई कमी नहीं हैं। मांग के अनुसार सभी को सप्लाई दी जा रही है।