लखनऊ में एक पति ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है। सुसाइड नोट ने व्यक्ति ने आत्महत्या का कारण लिखा है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। युवक ने इसमें अपनी पत्नी का भी जिक्र किया है। फिलहाल पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
लखनऊ में टाइपराइटर बाबा के नाम से मशहूर गोमती नगर के विराम खंड इलाके के रहने वाले कृष्ण कुमार के बेटे निखिल ने अपनी पत्नी की महिला बॉस के साथ बढ़ती नजदीकियों से तंग आकर आत्महत्या कर ली।

जानकारी के अनुसार, निखिल ने इंस्पेक्टर गोमती नगर, एसीपी गोमती नगर और पुलिस कमिश्नर के नाम पर तीन अलग अलग सुसाइड नोट लिखे थे।
मृतक निखिल ने तीनों सुसाइड नोट में अपनी पत्नी अंजू गुप्ता पर आरोप लगाया है कि जब से वह अहमामऊ ग्रुप के दफ्तर में नौकरी करने लगी है तब से उनके रिश्ते में बिगड़ने लगे हैं, रोजाना लड़ाई–झगड़े होते रहते थे।
जहर खाने की धमकी देती थी पत्नी

कंपनी के मैनेजर महिपाल और उसकी पत्नी शशि किरण से संपर्क में आने के बाद से उसकी पत्नी अंजू सात साल की बेटी वैष्णवी के साथ अपनी महिला बॉस (शशि किरण) के साथ रहने की जिद करने लगी। उसकी बात नहीं मानने पर वह जहर खाने की धमकी देने लगती है।
रोज रोज के झगड़ों से तंग आकर निखिल ने गोमती नगर के विराम खंड स्थित अपने मकान की पहली मंजिल के कमरे में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

मौके से तीन सुसाइड नोट बरामद
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं मौके से बरामद तीन सुसाइड नोट के आधार पर गोमती नगर थाने में मृतक की पत्नी अंजू गुप्ता, महिला बॉस शशि किरण और उसके पति पर आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं के तहत FIR दर्ज कर ली है।

टाइपराइटर बाबा के नाम से मशहूर हैं निखिल के पिता
बता दें कि निखिल के पिता कृष्ण कुमार लखनऊ में टाइपराइटर बाबा के नाम से प्रसिद्ध हैं। हजरतगंज के जीपीओ पर टाइपिंग से परिवार का पेट पालने वाले कृष्ण कुमार को अगस्त 2015 में VVIP मूवमेंट के चलते स्थानीय दारोगा ने लात मार कर टाइपराइटर फेंक दिया था, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी।

जैसे ही यह वीडियो तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक पहुंची उनके निर्देश पर कृष्ण कुमार को तत्कालीन डीएम राजशेखर और एसएसपी लखनऊ राजेश पांडे ने सब इंस्पेक्टर की करतूत पर माफी मांगी और उनके घर जाकर एक नया टाइपराइटर भी दिया था। तभी से कृष्ण कुमार टाइपराइटर बाबा के नाम से पूरे लखनऊ में मशहूर हो गए।
