आम लोगों के घरों में तो आपने चोरी की वारदातों के बारे में तो सुना ही होगा। लेकिन आज हम आपको ऐसी चोरी के बारे में बताने जा रहे है जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे और शायद आपकी हंसी भी छूट जाए। मामला आगरा के थाना जगदीशपुरा का है जहां चोर मालखाने के दरवाजे और बक्से के ताले तोड़कर 25 लाख रुपये की चोरी कर ली गई, लेकिन पुलिस वाले सोते रहे। रविवार सुबह हेड मोहरीर के आने पर तैनात पुलिसकर्मियों को इसकी जानकारी हुई।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चोर ने पहले मालखाने के पिछले के गेट के पास लगी खिड़की खोलने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद दरवाजे का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश कर गया। बक्से के ताले तोड़कर कैश चोरी कर ले गया। इस वारदात ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा पाई है कि थाने के मालखाने में चोरी में कितने चोर शामिल थे। चोर किस रास्ते से आया और कहां चला गया, यह भी पता नहीं चल सका है।
थाने के हैं दो गेट

थाना जगदीशपुरा के दो गेट हैं। एक गेट बोदला-लोहामंडी मार्ग पर है और यह गेट बंद रहता है। आसपास दुकानें बनी हैं। गेट के अंदर थाना परिसर में सीज वाहन खड़े हैं। थाना का भवन 25-30 मीटर अंदर है। यहां पर ही मालखाना है। यहां पर खिड़की और दरवाजा है।
दूसरा गेट रोडवेज कॉलोनी की ओर जाने वाले रास्ते पर है। इससे ही पुलिसकर्मियों और लोगों का प्रवेश होता है। मुख्य गेट से अंदर जाने पर कार्यालय के गेट पर सीसीटीवी कैमरा लगा है।
खिड़की और दरवाजे के ताले तोड़ घुसा मालखाने में

मालखाने के पास में ही कार्यालय है, जबकि सामने हवालात है। सूत्रों के अनुसार, हवालात के बाहर जाली लगे स्थान पर तीन अभियुक्तों को रखा गया था। मालखाने में घुसे चोर ने पिछले गेट की खिड़की और दरवाजे के ताले तोड़े।
इसके बाद बक्से के ताले को तोड़ा। इस दौरान कुछ आवाज भी हुई होगी। लेकिन किसी पुलिसकर्मी को आवाज सुनाई नहीं दी। इससे आशंका यही है कि तैनात पुलिसकर्मी थाना परिसर में सो रहे होंगे।
सारा कैश उड़ा ले गए चोर

चोर मालखाने में पिछले गेट से आया था। इस गेट से बोदला रोड की तरफ जाया जा सकता है और यहां झाड़ियां भी हैं। इसके अलावा चोर ने सिर्फ उसी बक्से को खोला, जिसमें कैश रखा हुआ था। मालखाने में और भी कीमती जेवरात के साथ असलाह, कारतूस और दस्तावेज रखे रहते हैं। इनको चोर ने छुआ तक नहीं।
इससे आशंका जताई जा रही है कि चोरी करने वाला कोई जानकार ही है। उसने पहले से रेकी कर रखी होगी। उसे यह भी पता था कि रेलवे ठेकेदार के घर में चोरी का खुलासा हुआ है। यहां 24-25 लाख रुपये कैश रखा है।
कर्मचारी के मिलीभगत की आशंका

मालखाने की सारी जानकारी केवल पुलिसकर्मियों को ही पता होती है। इसके अलावा मालखाने में कोई बाहरी व्यक्ति न तो आ सकता है और न ही जा सकता है। जो लोग अपने सामान को छुड़ाने आते हैं, वह भी आते हैं।
साथ ही यह भी आशंका जताई जा रही है कि चोरी में किसी कर्मचारी का भी हाथ हो सकता है। एसएसपी मुनिराज जी. का कहना है कि अगर कोई कर्मचारी इस चोरी में संलिप्त होगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस पर उठ रहे हैं सवाल
- बोदला रोड पर बने थाने के गेट के आसपास दुकान हैं। अंदर पुराने वाहन खड़े हैं। तीन फुट की दीवार है। यहां से आसानी से कोई भी अंदर जा सकता है। सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं किए गए।

- थाना परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं लेकिन मालखाने में नहीं। थानों के मालखानों में सीसीटीवी कैमरे लगे होने चाहिए। क्या थाना परिसर के कैमरे चल रहे थे, अगर चल रहे थे तो थाना परिसर में रात के समय कौन-कौन आया।

- थाने में आने वाला ही चोरी करने वाला हो सकता है, क्योंकि मालखाने में कैश आने की जानकारी किसी जानकार को ही हो सकती है। थाना में अक्सर कौन आता जाता रहता है।
- वारदात के समय पुलिसकर्मी क्या कर रहे थे, थाना कार्यालय में ड्यूटी पर पुलिसकर्मियों के अलावा एक गार्ड भी गेट पर तैनात किया जाता है। वो लोग कहां पर थे।