नई दिल्ली: हरियाणा में कृषि क्षेत्र में पिछले सात वर्षों से किए जा रहे नवाचार व नई पद्धतियों को लागू करने के फलस्वरूप प्रदेश को राज्यों की श्रेणी में श्रेष्ठ राज्य कृषि नेतृत्व पुरस्कार, 2021 से नवाजा गया है।
यह पुरस्कार गत सायं नई दिल्ली में एग्रीकल्चर टुडे ग्रुप द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से 12वें कृषि नेतृत्व सम्मेलन व नेतृत्व पुरस्कार, 2021 के दौरान हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी दलाल ने ग्रहण किया। कार्यक्रम में प्रदेश के प्रगतिशील किसान कंवल सिंह चौहान को भी पुरस्कृत किया गया।
12वें कृषि नेतृत्व सम्मेलन व नेतृत्व पुरस्कार, 2021 को सम्बोधित करते हुए जे.पी. दलाल ने कहा कि हरियाणा ने इनोवेशन के लिए जो कदम उठाएं हैं उनमें पानी का सही उपयोग करना, कम पानी में तैयार होने वाली फसलों का विविधिकरण और किसान की आमदनी बढ़ाने के लिए तरह-तरह की अनेक योजनाएं शामिल हैं ।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आमदनी बढ़ाने का जो लक्ष्य रखा हुआ है उस दिशा में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में पूरी सरकार सतत प्रयास कर रही है।
कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा कृषि प्रधान प्रदेश है। राज्य का केंद्रीय पूल में अनाज देने में अच्छा योगदान है। इस समय फसलों के विविधिकरण की तरफ अधिक ध्यान दिया जा रहा है कि कैसे बागवानी व सब्जियों की खेती को आगे बढ़ाया जाए।
डेयरी, पशुपालन के माध्यम से रोजगार के साधनों को बढ़ाया जाए और फार्म गेट प्रोसेसिंग यूनिट कैसे लगाएं। उन्होनें बताया कि प्रदेश में खारे पानी वाली जगह पर झींगा मछली का उत्पादान किया जा रहा है।
दलाल ने बताया कि प्रदेश के अढ़ाई एकड़ के किसान ने छ: महिने में 55 लाख रूपये की झींगा मछली बेची है जिस पर उसकी कुल लागत 20 लाख रूपये से कम थी। उन्होंने कहा कि कोई भी कल्पना नहीं कर सकता कि एक किसान अढ़ाई एकड़ भूमि से इतना बड़ा मुनाफा कमा सकता है।