पंजाब में फरीदकोट की अदालत ने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम का प्रोडक्शन वारंट जारी किया है। अब पंजाब पुलिस राम रहीम को पूछताछ के लिए पंजाब ला सकती है। साल 2015 में फरीदकोट जिले के बुर्ज जवाहर सिंह वाला गांव के गुरुद्वारे से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के चोरी होने से जुड़े केस की जांच कर रही पंजाब पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने डेरा प्रमुख को प्रोडक्शन वारंट पर लाने के लिए अदालत में याचिका दर्ज कराई थी। इस पर फरीदकोट की ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास मिस तर्जनी ने आदेश जारी कर दिए।
अदालत ने 29 अक्टूबर को डेरा प्रमुख को पेश करने के लिए कहा है। अदालत से प्रोडक्शन वारंट मिलने के बाद अब पंजाब पुलिस की SIT हरियाणा में रोहतक जेल प्रशासन से बात करेगी। रोहतक जेल प्रशासन और पंजाब-हरियाणा के गृह विभागों की मंजूरी के बाद ही यह फैसला हो पाएगा कि डेरा प्रमुख को पंजाब लाया जा सकेगा या नहीं?

सलाबतपुरा में 29 अप्रैल 2007 को डेरा प्रेमियों को जाम-ए-इंसां पिलाने के बाद डेरा प्रमुख द्वारा पंजाब में डेरा प्रेमियों और सिखों के बीच टकराव हो गया था। उसके बाद डेरा प्रमुख राम रहीम कभी भी पंजाब नहीं आया। अब अगर बेअदबी केस में पूछताछ के लिए SIT उसे पंजाब लाती है तो 14 साल बाद पहली बार डेरा प्रमुख पंजाब की धरती पर आएगा। हालांकि इसकी उम्मीद न के बराबर है।
गुरु ग्रंथ साहिब चोरी का मामला

पंजाब पुलिस की SIT ने 6 साल पहले दर्ज हुए बेअदबी के मामले में डेरा प्रमुख से पूछताछ करना चाहती है। बता दें कि यह मामला 1 जुलाई 2015 का है जब फरीदकोट जिले में बरगाड़ी से 5 किलोमीटर दूर स्थित गांव बुर्ज जवाहर सिंहवाला के गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप चोरी हो गया।
24 सितंबर 2015 को बरगाड़ी में गुरुद्वारे के पास हाथ से लिखे दो पोस्टर लगे मिले। आरोप है कि पंजाबी भाषा में लिखे इन पोस्टरों में अभद्र भाषा इस्तेमाल की गई साथ ही पावन स्वरूपों की चोरी में डेरा सच्चा सौदा का हाथ होने की बात भी लिखी गई।

बुर्ज जवाहर सिंहवाला की गलियों में 12 अक्टूबर 2015 को पावन स्वरूप के अंग बिखरे मिले। 14 अक्टूबर को फरीदकोट के गांव बहबलकलां में धरना दे रही संगत को हटाने के दौरान पुलिस की फायरिंग में दो लोगों मौत हो गई। उसी दिन कोटकपूरा में भी धरना लगाकर बैठे सिख समुदाय के लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज और फायरिंग की।
अब तक पांच की हुई गिरफ्तारी

पुलिस ने साल 2015 में तीन अलग-अलग FIR बुर्ज जवाहर सिंहवाला से पावन स्वरूप चोरी होने और बहबलकलां और कोटकपूरा में हुए गोलीकांड को लेकर दर्ज कीं।
इनमें पांच डेरा प्रेमियों रणदीप सिंह उर्फ नीला, रणजीत सिंह, बलजीत सिंह, निशान सिंह और नरिंदर कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया जो अब जमानत पर चल रहे हैं।

डेरा सच्चा सौदा की नेशनल कमेटी के 3 मेंबर संदीप बरेटा, प्रदीप कलेर और हर्ष धूरी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किए गए। आज तक इन तीनों का कोई सुराग नहीं लगा।
6 जुलाई 2019 को डेरा प्रमुख को बुर्ज जवाहर सिंहवाला से पावन स्वरूप चोरी होने के मामले में बाजाखाना थाने में दर्ज एफआईआर नंबर 62 में नामजद कर लिया गया और अब इसी केस में डेरा प्रमुख से पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट लिया गया है।
CBI समेत तीन SIT कर चुकी है जांच

साल 2015 में हुई बेअदबी का मामला अब गरमा गया और पंजाब विधानसभा 2017 के चुनाव में यह सबसे बड़ा मुद्दा बना। अब तक इस मामले की जांच CBI के अलावा पंजाब पुलिस की तीन अलग-अलग SIT कर चुकी हैं लेकिन बेअदबी करने वाले असल दोषियों के नाम सामने नहीं आ पाए हैं। अब पंजाब सरकार की SIT ने इस मामले में पहली बार पूछताछ के लिए डेरा प्रमुख राम रहीम का प्रोडक्शन वारंट मांगा है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हो सकती है पूछताछ

साल 2017 में डेरे की दो साध्वियों के यौन शोषण मामले में राम रहीम को 10-10 साल की सजा होने के बाद से रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसके बाद डेरा प्रमुख को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और रणजीत सिंह हत्याकांड में उमकैद की सजा भी हो चुकी है और दोनों ही मामलों की सुनवाई के दौरान डेरा प्रमुख वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही कोर्ट में पेश होता रहा है।
ऐसे में अब डेरा प्रमुख को बेअदबी केस में रोहतक से पूछताछ के लिए पंजाब लाना बहुत मुश्किल काम है। सुरक्षा एजेंसियों के अलावा दोनों राज्यों की सरकारें भी इस पर शायद ही सहमति दें। उम्मीद है कि पंजाब सरकार की SIT को रोहतक जेल में ही डेरा प्रमुख से पूछताछ करने की इजाजत मिल सकती है।
3 मामलों में काट रहा है सजा

डेरा प्रमुख राम रहीम को अपने डेरे की दो साध्वियों के यौन शोषण, पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड और रणजीत सिंह हत्याकांड में सजा सुनाई जा चुकी है। वह 2017 से रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसके खिलाफ पंजाब में बेअदबी समेत कई मामले कोर्ट में चल रहे हैं।