हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेेस में आज जो उनकी स्थिति है उसके कारण हुड्डा साहब की आंखों के आगे अंधेरा छाया रहता है। स्वास्थ्य विभाग ने बेहतरीन कार्य किया है, हुड्डा साहब के राज में स्वास्थ्य विभाग का बजट 1600 करोड़ रूपए होता था जो अब बढ़कर 5500 करोड़ रूपए हो गया। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों, पैरामेडीकल स्टाफ ने अपनी जान हथेली पर रखकर काम किया है।उन्होंने कहा कि हमने 2.54 करोड लोगों को कोविद वैक्सीन लगाई है और हुड्डा साहब पता नहीं कौन सी दुनिया में रहते है।
विज ने कहा कि हुड्डा साहब को गलत आंकडे प्रस्तुत करने की बहुत पुरानी आदत है और कानून व्यवस्था में बहुत ज्यादा सुधार हुआ है। जब से हमने डायल 112 चालू की है, 600 गाड़ियां हर वक्त लोगों की सुरक्षा के लिए फील्ड तैनात की है। लोगों को कानून व्यवस्था पर विश्वास बढा है। लोगों को लगता है कि पुलिस हर पल उनके साथ हैं उससे क्राइम पर भी बहुत नियंत्रण हुआ है।

पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंद्र सिंह पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अनिल विज ने कहा कि कैप्टन अमरिंद्र सिंह ने मानते हुए कहा है कि पाकिस्तान की पत्रकार आरूसा आलम के संबंध हैं, लेकिन उन संबंधों को उनकी ही पुरानी पार्टी के लोग मुद्दा बनाकर उनके खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं। कैप्टन अमरिंद्र सिंह राजनीति में अपने आपको बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाते हैं उस पर मैं कोई भी टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा. लेकिन जो कुछ अभी तक पंजाब में घट चुका है उससे कांग्रेस का बंटाधार हो चुका है।

किसानों के साथ बातचीत करने के लिए गठित की गई कमेटी की बैठक के संबंध में उन्होंने कहा कि गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोडा की अध्यक्षता में एक हाई लेवल कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी लगातार किसानों से बातचीत कर रही है। इस कमेटी ने सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसानों से बातचीत की और आज यह कमेटी टीकरी बॉर्डर पर बातचीत करने के लिए गई हुई है ताकि रास्ते खुल सकें और लोगों को आने-जाने में हो रही कठिनाई से निजात मिल सकें।

ऐलनाबाद उपचुनाव के संबंध में विज ने कहा कि ऐलनाबाद में भारतीय जनता पार्टी विजयी होगी। उन्होंने उपचुनाव के संबंध में कहा कि यह उपचुनाव लोगों पर जबरदस्ती थोपा गया है, जिस बात को कहकर अभय सिंह चौटाला ने त्याग-पत्र दिया था उस बात पर टिके नहीं रह सके और दौबारा चुनाव के मैदान में हैं। जो हमारे मुकाबले में दोनों पार्टियां हैं, किसानों का हितैषी बताती हैं लेकिन वास्तविकता यह है कि कांग्रेस और इनेलो, दोनों ने अपने अपने राज में किसानों पर किस तरह से गोलियां चलवाई थी। उसको किसान भूले नहीं हैं।
