गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर रैपिड रेल अब 24 नहीं, बल्कि 25 स्टेशनों पर रुकेगी। एन.सी.आर. परिवहन निगम जंगपुरा में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) ट्रेनों के स्टै¨ब्लग यार्ड के साथ-साथ एक स्टेशन का भी निर्माण करने जा रहा है। यह स्टेशन इस कॉरिडोर का 25वां स्टेशन होगा और सराय काले खां मेगा ट्रांसपोर्ट हब को जंगपुरा के आवासीय इलाकों से जोड़ देगा।
जानकारी के अनुसार जंगपुरा में एक स्टै¨ब्लग यार्ड का निर्माण एनसीआर परिवहन निगम पहले से ही कर रहा है, जो आरआरटीएस के प्रथम फेज के तीनों कॉरिडोर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी और दिल्ली-पानीपत के लिए ट्रेनें मुहैया कराएगा।

नया जंगपुरा स्टेशन इसी स्टै¨ब्लग यार्ड का विस्तार होगा। मालूम हो कि स्टै¨ब्लग यार्ड में ट्रेनों की साफ-सफाई, रखरखाव तथा मरम्मत के अलावा तीनों कारिडोर में ट्रेनों के समयबद्ध परिचालन की निगरानी एवं नियंत्रण के लिए आपरेशन कंट्रोल सेंटर भी बनाया जाएगा।

एनसीआर परिवहन निगम के अधिकारियों का कहना है कि आरआरटीएस का उदेश्य आम जनता तक रैपिड रेल की ज्यादा से ज्यादा पहुंच सुनिश्चित करनी है। जंगपुरा आरआरटीएस स्टेशन का निर्माण इसी का हिस्सा है जिसका फायदा उन यात्रियों को मिलेगा जो जंगपुरा और इसके आसपास दक्षिणी दिल्ली के क्षेत्रों से रहते हैं।
इन इलाकों को होगा फायदा

जंगपुरा आरआरटीएस स्टेशन की लोकेशन बहुत महत्वपूर्ण है। यह दक्षिणी दिल्ली के रिंग रोड व मथुरा रोड से सटे घनी आबादी वाले इलाकों जैसे आश्रम, निजामुद्दीन, श्रीनिवासपुरी व लाजपत नगर को भी इस कॉरिडोर से जोड़ देगा।
- 2025 से पूरे कॉरिडोर पर शुरू होना है परिचालन
- साहिबाबाद और दुहाई के बीच 17 किमी लंबे प्राथमिक खंड का परिचालन 2023 से प्रस्तावित है

- इस रूट पर रोज आठ लाख यात्रियों के सफर करने का अनुमान
- जंगपुरा, सराय काले खां, न्यू अशोक नगर और आनंद विहार में दिल्ली में रुकेगी ट्रेन
- 21 स्टेशन उत्तर प्रदेश में बनाए जाएंगे
- 82 किमी से लंबा यह कॉरिडोर दिल्ली से उत्तर प्रदेश के मोदीपुरम डिपो के बीच बनेगा

- दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर पर 24 नहीं, 25 स्टेशनों पर रुकेगी रैपिड रेल
- 68 किमी का ट्रैक यूपी, जबकि 14 किमी का दिल्ली में होगा
- 60 मिनट में पूरा होगा सफर