हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सरकारी कार्यालय में कम से कम मानव हस्ताक्षेप हो, इसके लिए विवादों से समाधान की ओर एक नया कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत चरणबद्ध तरीके से सभी विभागों की कार्यप्रणाली ऑनलाइन की जा रही है। काफी विभागों की सेवाएं ऑनलाइन की जा चुकी हैं।
सीएम विंडो ट्वीटर हैडल बच्चे-बच्चे की जुबान पर है और घर की समस्याओं के साथ-साथ गली मोहल्लों में पानी, बिजली, सडक़, सीवरेज जैसी समस्याओं के समाधान के लिए भेजते हैं पोस्ट।

मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल के अनुसार मुख्यमंत्री अपने सीधे संवादों में जनता से अपील करते हैं कि विवाद लाइए और समाधान करवाइए। मुख्यमंत्री की इस अपील का काफी असर हुआ है और विभागों की समस्याओं को लेकर भी कर्मचारी यूनियनों ने बड़ी संख्या में शिकायतें भेजी हैं।

हमारा प्रयास है कि जैसे ही पूरी व्यवस्था ऑनलाइन हो जाएगी, धीरे-धीरे विभागों की कार्यप्रणाली भी मानव हस्तक्षेप रहित हो जाएगी। मुख्यमंत्री के इस प्रयास का अन्य राज्यों में जिक्र हुआ है। महामारी काल में भी यह काफी लोकप्रिय रहा और आईटी से जुड़े युवाओं ने ट्वीटर हैंडल पर अनेकों पोस्ट किए। यह व्यवस्था अपनों से मिलाने में कारगर सिद्ध हुई है।
हथीन की आर एम कट्टर प्रोसेस सोल्यूशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दिलवाया 84729 रुपये का रिफण्ड

ओएसडी ने बताया कि सीएम विंडो हथीन से आर एम कट्टर प्रोसेस सोल्यूशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने शिकायत की थी कि उसका बिजली का कनैक्शन नम्बर एचए410033 के लिए 1,62,722 रुपये बिजली कार्यालय हथीन को दो बार जमा कराए थे, कि उक्त राशि को नये कनैक्शन एफ44एचटीएचटी0025 मेें डाली जाए।

उन्होंने बताया कि 27.09.21 को टिकट नम्बर 2021/034421 शिकायत के माध्यम से सीएम विंडो पर अपलोड की गई। सीएमओ द्वारा संज्ञान लेने के बाद डीएचबीवीएन द्वारा अपनी रिपोर्ट में सूचित किया गया कि उपभोक्ता के बिल का मामला रिफण्ड के लिए सीबीओ कार्यालय हिसार में भेजा गया था और वहां से सूचना आई कि उपभोक्ता के अगले बिल खाता नम्बर 3561702000 में 84729 रुपये का रिफण्ड किया जाएगा। उपभोक्ता ने सीएमओ कार्यालय की कार्यवाही पर लिखित में अपनी सन्तुष्टि दी है।
गुमशुदा व्यक्तियों को भी अपनों से मिलवाने में मददगार है यह व्यवस्था

ओएसडी के अनुसार हरप्रीत सिंह ने जिला करनाल से टिकट नम्बर 3226148 से सीएम हरियाणा पर ट्वीट किया था कि एक व्यक्ति लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर बेहोशी की हालत में मिला है। उसके आधार कार्ड की फोटो खींचकर पोस्ट कर दी गई।

उन्होंने बताया कि CMO संज्ञान के बाद की गई हरियाणा पुलिस की कार्यवाही के फलस्वरूप गुरनाम सिंह के घर का पता चला। हरप्रीत सिंह ने अपने री-ट्वीट में कहा कि आपको सूचित कर रहा हूं कि बजुर्ग के घर का पता चल गया है, जल्द ही इन्हें इनके घर पहुंचा दिया जाएगा। थाना प्रभारी निसिंग के सहयोग से यह कार्य सम्भव हो पाया है।