नोएडा से फरीदाबाद को जोड़ने के लिए यमुना नदी पर बन रहे पुल का निर्माण कार्य एक बार फिर तय समय पर पूरा नहीं हो पाएगा। इस पुल का निर्माण फरवरी तक पूरा करने का दावा किया गया था। हालांकि, इस साल हुई अधिक बारिश के कारण यह डेडलाइन मिस होना तय माना जा रहा है। अब अप्रैल के आसपास काम पूरा होने की उम्मीद है।
यमुना का जलस्तर अधिक है, जिस कारण पिलर के ऊपर गर्डर रखने का काम नहीं हो पा रहा है। फरीदाबाद में इस साल 600 एमएम से अधिक बारिश हुई है।

वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में भी अच्छी बारिश हुई है। जिससे यमुना में जलस्तर अभी तक बढ़ा हुआ है। इसका असर मंझावली पुल परियोजना पर पड़ रहा है।
पीडब्ल्यूडी एक्सईएन प्रदीप सिंधु ने बताया कि यमुना के बढ़े जलस्तर के कारण काम नहीं हो पा रहा है। काम पूरा होने में और समय लग सकता है।

फिलहाल नोएडा व ग्रेटर नोएडा जाने के लिए अभी लोगों को कालिंदी कुंज की तरफ से घूमकर जाना पड़ता है। इसमें डेढ़ से 2 घंटे का समय लग जाता है। पुल बनने व सड़क परियोजना पूरी होने के बाद फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा के बीच की दूरी लगभग 15 मिनट की रह जाएगी।
परियोजना पर एक नजर :

- 24 किमी लंबी परियोजना पर काम हो रहा है फरीदाबाद से नोएडा की कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए।
- 20 किमी लंबी सड़क फरीदाबाद शहर को जोड़ने के लिए हरियाणा और 4 किमी सड़क यूपी में बनाई जानी है।
- 15 अगस्त 2014 को केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने फोर लेन पुल की आधारशिला रखी थी।
- 122 करोड़ रुपये की लागत से मंझावली में यमुना नदी पर निर्माण कार्य 2018 में शुरू कर दिया गया था।
पुल को फरीदाबाद से जोड़ने के लिए मंझावली से खेड़ी पुल की तरफ आने वाली सड़क की चौड़ाई बढ़ाकर 10 मीटर की जानी है। 25 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है। मंझावली व चिरसी में बाईपास सड़क बनाई जाएगी। जमीन चिह्नित है। सरकार से अधिग्रहण को मंजूरी मिलने के साथ ही जमीन के रेट तय हैं।

किसानों से सहमति ली जा रही है। अधिकतर किसानों ने सहमति दे दी है। एक्सईएन ने बताया कि प्रयास है कि दिवाली के बाद किसानों को पैसा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। उसके बाद सड़क निर्माण शुरू किया जा सकेगा।