आप सभी को हिन्दुओ के प्रमुख पर्वों के संबंध में तो पता ही होगा, हमारे हर पर्व के पीछे कोई न कोई गंतव्य अवश्य होता है, इन पर्वों को मनाने का उपयुक्त समय हमे ज्योतिष विद्या से ज्ञात होता है। हम अक्सर अपने जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव होते हुये देखते है जिनसे हमे कभी कुछ परेशानिया होती है तो कभी कुछ आराम भी मिलते है, इसके अतरिक्त ऐसे तो हिन्दु धर्म में बहुत से पर्व है, जिनमें कई सावधानियां भी बरतनी पड़ती है, इन्हीं पर्वों में से एक पर्व धनत्रयोदशी है।
धनतेरस के त्योहार से दिवाली की शुरुआत होती है। इस साल धनतेरस 02 नवंबर दिन मंगलवार को है। इस दिन कुछ ऐसी चीजें है जिन्हें नही लेना चाहियें।

धनतेरस के दिन शुभता, सुख एवं समृद्धि में वृद्धि करने वाली वस्तुओं को खरीदने का विधान है। इस दिन माता लक्ष्मी, गणेश जी एवं कुबेर से जुड़ी या प्रतीकात्मक वस्तुएं खरीदते हैं। धनतेरस पर कई बार लोग जानकारी के अभाव में कुछ ऐसी भी वस्तुएं खरीद लेते हैं, जो शास्त्रों के अनुसार नही खरीदनी चाहिये। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से जिन वस्तुओं के संबंध में बात करने वाले है वो कुछ इस प्रकार से हैं:

स्टील के बर्तन : धनतेरस पर आपको स्टील के बर्तन खरीदने से बचना चाहिए। स्टील को राहु ग्रह का प्रतीक माना जाता है। आप चाहें तो इस दिन पीतल या तांबे की वस्तुएं खरीद सकते हैं। लोहे या स्टील के बर्तन लेने ही हैं, तो धनतेरस से पहले खरीद लें।

लोहे का सामान : धनतेरस पर लोहे के सामान खरीदने की मनाही है क्योंकि लोहे का संबंध शनि ग्रह से माना जाता है।

चीनी मिट्टी एवं कांच से बने सामान : धनत्रयोदशी के अवसर पर कांच एवं चीनी मिट्टी से बने सामान खरीदना शुभ नहीं माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इससे आपके परिवार की शुभता प्रभावित हो सकती है। कांच का भी संबंध राहु से माना जाता है।

काले रंग की वस्तु : काले रंग की वस्तुओं को धनतेरस पर खरीदने से परहेज करना चाहिए। इनको नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। धनतेरस पर धारदार वस्तुएं खरीदने से बचें। इनको खरीदना अच्छा नहीं माना जाता है।

प्लास्टिक की वस्तुएं : धनतेरस पर प्लास्टिक से बनी वस्तुएं खरीदना वर्जित माना गया है। इनको खरीदने से परिवार की बरकत पर बुरा असर पड़ सकता है।
