हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्षी नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा राज्य की मनोहरलाल सरकार के सात साल पूरे होने पर उनसे सवाल पूूछेंगे। वह प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार से सात दिन तक हर रोज सात-सात सवाल पूछेंगे। हुड्डा ने कहा कि भाजपा अपने सात साल के कार्यकाल को उपलब्धियों से भरा होने का दावा करती है, लेकिन एक मजबूत और प्रभावी विपक्ष के नेता हम सरकार के इस दावे को सिरे से खारिज करते हैं।
हुड्डा ने कहा कि यदि सरकार ने वास्तव में सात साल तक जनता के हित में काम किया है तो मुख्यमंत्री हर रोज उनके द्वारा पूछे जाने वाले सात सवालों का जवाब दें। वह लगातार सात दिन तक यह सवाल पूछेंगे।

सात साल में केवल बेरोजगारी बढ़ी
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा के पांच साल और भाजपा-जजपा गठबंधन के दो साल में प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ी है। महामारी के इस दौर में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव और बड़े पैमाने पर लोगों की मौत इस सरकार की कार्यप्रणाली की पोल खोलने के लिए काफी है। इससे बड़ा झूठ और क्या होगा कि महामारी में लोगों को अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं मिली।

महामारी में बोले यह झूठ
अपने परिवार के सामने ही लोगों ने दम तोड़ दिया, लेकिन सरकार विधानसभा में कहती है कि ऑक्सीजन की कमी से राज्य में कोई मौत नहीं हुई है। ऐसा सुनने के बाद उन लोगों के दिल पर क्या बीती होगी, जिन्होंने महामारी में ऑक्सीजन की कमी के कारण अपने परिवार के सदस्यों को खोया है।

परियोजना की जगह बढ़ी महंगाई
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इन सात साल के भीतर हरियाणा से बड़ी मंजूरशुदा परियोजनाएं दूसरे राज्यों में चली गई हैं। महंगाई, पेट्रोल–डीजल की लगातार बढ़ती कीमतें, प्रदेश पर बढ़ते कर्ज के बोझ, घटते बिजली उत्पादन सहित किसान संगठनों के आंदोलन ने इस प्रदेश की साख को बट्टा लगाया है।

केवल भ्रष्टाचार पर केंद्रित है ध्यान
कांग्रेस के राज में जो हरियाणा विकास में नंबर वन हुआ करता था। भाजपा व जजपा ने उसे आखिरी पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया है। गठबंधन सरकार का पूरा ध्यान केवल पैसा कमाने और भ्रष्टाचार करने पर केंद्रित है। हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री की मर्जी है कि वे उनके द्वारा पूछे जाने वाले सवालों का जवाब दें या न दें, लेकिन हम सवाल पूछते रहेंगे।

हुड्डा ने सरकार से मांगे इन सवालों के जवाब
1. सरकारी महकमों में कर्मचारियों के कितने पद खाली हैं? इन पदों को क्यों नहीं भरा जा रहा? पक्की भर्तियां करने की बजाय कच्ची भर्तियों से क्यों काम चलाया जा रहा?
2. महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कमी से कितने लोग मरे? महामारी से मौत के आंकड़ों में अंतर क्यों आ रहा है?
3. कांग्रेस सरकार के समय मंजूर हुई रेल कोच फैक्ट्री और महम एयरपोर्ट की परियोजनाएं दूसरे प्रदेशों में क्यों चली गयी?

4. महंगाई और डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से आम हरियाणवी को राहत देने के लिये प्रदेश सरकार ने क्या कदम उठाये?
5. सात साल में प्रदेश में कोई बड़ी परियोजना, उद्योग, संस्थान, नई मेट्रो लाइन या रेलवे लाइन क्यों नहीं आ पाई?
6. कांग्रेस कार्यकाल में चार पावर प्लांट बने थे। हम सरप्लस बिजली देते थे। अब उत्पादन क्यों घट रहा है?
7. किसन संगठनों के आंदोलन का सकारात्मक समाधान निकालने के लिए प्रदेश सरकार ने क्या कदम उठाए?