कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनों की वजह से करीब 11 माह से बंद रास्ते अब खुलने लगे हैं। टीकरी के बाद शुक्रवार को गाजीपुर बार्डर से भी दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड हटाने शुरू कर दिए हैं।
सुबह पुलिस ने एनएच-नौ और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे की गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले लेन पर लगे लोहे व पत्थर के बैरिकेड और कंटीले तार के अलावा कंक्रीट से बनाई गई पक्की दीवार को हटाना शुरू किया, देर शाम तक बैरिकेड को हटाने का काम जारी रहा।
बैरिकेड हटाने पर भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि यूपी गेट पर प्रदर्शन पूर्ववत जारी रहेगा। संगठन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि पुलिस द्वारा बैरिकेड हटाए जाने के बाद तमाम अफवाहों का दौर जारी है।
भाकियू स्पष्ट कर रही है कि हमारी नीति में कोई बदलाव नहीं किया गया है। धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि पुलिस ने 26 जनवरी के बाद रास्ता रोका था। सुप्रीम कोर्ट में मोर्चे के शपथपत्र के बाद दिल्ली पुलिस अपनी गलती सुधार रही है।
उधर, हरियाणा के जींद के सफीदों में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों ने कभी भी बार्डरों को बंद नहीं किया। ये बार्डर तो सरकार ने बंद कर रखे थे और अब सरकार खुद ही खोल रही है।
गुरुवार को टीकरी बार्डर पर लगाए गए बैरिकेड को पुलिस द्वारा हटाने के बाद शुक्रवार को सड़क को लेन की साफ-सफाई की गई। कुछ बैरिकेड अब भी हैं, जिन्हें जल्द ही हटा लिया जाएगा।
सिंघु बार्डर पर अभी बैरिकेड को हटाने का काम शुरू नहीं हुआ है। गाजीपुर बार्डर कृषि कानून विरोधियों का बड़ा स्थल है। शुक्रवार को जब दिल्ली पुलिस दल बल के साथ बैरिकेड हटाने के लिए पहुंची तो प्रदर्शन में शामिल लोगों ने किसी तरह का विरोध नहीं किया।
28 नवंबर, 2020 को गाजीपुर बार्डर पर कृषि कानून विरोधियों ने प्रदर्शन शुरू किया था, पहले सर्विस लेन बंद की थी बाद में एनएच-नौ की लेन को बंद कर दिया था। इतने लंबे समय तक बार्डर बंद होने से आम लोगों की जिंदगी काफी प्रभावित हो रही थी। गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले वाहन चालक विभिन्न रास्तों से अतिरिक्त सफर तय करके पहुंच रहे हैं।
26 जनवरी को कृषि कानून विरोधियों ने ट्रैक्टर परेड की आड़ में दिल्ली में जमकर उत्पात मचाया था और लाल किले को अपने कब्जे में ले लिया था। इसके बाद पुलिस ने गाजीपुर बार्डर की किलेबंदी कर दी थी। शुक्रवार सुबह पुलिस तीन क्रेन व कई टैक्टर व और ट्रक लेकर बार्डर पर पहुंची। पुलिस ने क्रेन से बैरिकेड वाहनों में रखवाकर दूसरे स्थानों पर पहुंचवाए।
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून व व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक और जिला पुलिस उपायुक्त प्रियंका कश्यप गाजीपुर बार्डर पर डटे रहे। इसके अलावा कई वरिष्ठ अधिकारियों ने बार्डर पर निगाह बनाए रखी। प्रियंका कश्यप ने कहा कि पुलिस ने आगे बढ़कर बार्डर से बैरिकेड हटाए हैं।
दिल्ली पुलिस बार्डर से बैरिकेड हटाने के साथ ही उप्र पुलिस से तालमेल बैठा रही है, ताकि अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। पुलिस अधिकारी सड़क पर टेंट लगाकर बैठे लोगों को समझाने का प्रयास करेंगे कि वे अब हट जाएं, क्योंकि जब सड़क पर वाहन चलेंगे तो हादसा हो सकता है।
हालांकि अवरोधक हटने के बाद भी इस लेन पर यातायात सुचारू नहीं हो पाएगा, क्योंकि धरने पर बैठे लोगों ने अपने टेंट सड़क पर ही लगाए हुए हैं।
एनएच-नौ की दोनों सर्विस लेन पर पुलिस ने बैरिकेड लगाने के साथ ही कंक्रीट की दीवार बनाई हुई है। बैरिकेड के ऊपर कंटीले तार लगा रखे हैं, उन बैरिकेड को कोई राहगीर भी पार नहीं कर सकता। पुलिस का कहना है कि एनएच-नौ की लेन से बैरिकेड हटने के कुछ दिन तक माहौल को देखा जाएगा, उसके बाद सर्विस लेन के बैरिकेड हटाए जाएंगे