निर्माण सामग्री के दामों में एक बार फिर से जबरदस्त उछाल आया है। सीमेंट में भी 20 से ₹25 प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है।वहीं ईट के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं, प्रति हजार दाम 6500 रूपये से बढ़कर ₹7000 तक पहुंच गए।वही हवाला कोयले के दाम बढ़ने का मामला भी सामने आया है।
भट्टा संचालकों के पास फिलहाल कोयले का पुराना स्टॉक ही है सरिये के दामों में भी बढ़ोतरी हुई। वही बजरी व रेत के दामों में ज्यादा अंतर नहीं है।
सीमेंट के रेट
350 रुपये प्रति बैग मिलने वाला 370 रुपये तक
370 रुपये प्रति बैग मिलने वाला 395 रुपये तक
380 रुपये प्रति बैग मिलने वाला 410 रुपये तक हो गया है।
चार सूत का सरिया एक माह में 5700 रुपये बढ़कर 6300 रुपये
रेत 2300- 2500 रुपये प्रति सैकड़ा
बजरी 2200-2500 रुपये प्रति सैकड़ा व कोरसेंड 2500-3000 रुपये तक उपलब्ध हो रहा है।
निर्माण सामग्री मे बढ़ोतरी जहां एक और विक्रेताओं और खरीदारों को प्रभावित कर रही है, वहीं दूसरी और इसका असर शटरिंग कारोबारियों पर भी देखा जा सकता है। कारोबार से जुड़े संजू ने बताया कि 1 महीने से काफी मंदा काम है। इसका कारण सीमेंट, सरिया व इटो के दामों का बढ़ना है।
लोगों ने बढ़ती कीमतों को देखते हुए निर्माण कार्य को रोक दिया है, वह दामों में गिरावट का इंतजार कर रहे हैं। वही कांट्रेक्टर विकास गर्ग का कहना है कि सीमेंट व सरियों के रेट बढ़ने की वजह से निर्माण कार्यों की लागत भी बढ़ गई है प्रोजेक्ट पूरे करने मुश्किल हो रहे हैं, परन्तु मजबूरी के चलते उन्हें अधूरा भी नहीं छोड़ा जा सकता है।