इनेलो नेता अभय चौटाला के ऐलनाबाद सीट के उपचुनाव में जीत के साथ ही उनके फिर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की चर्चाएं शुरू हाे गई है। पहले खुद अभय और इसके बाद उनके पिता व पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला द्वारा इस संबंध में बयान देने के बाद हरियाणा की सियासत गर्मा गई है।
इसके बाद भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी ने पिता-पुत्र पर हमला किया है। ऐलनाबाद में उपचुनाव पहले अभय चौटाला के इस्तीफा देने के कारण ही हुआ था। ऐसे में यदि वह फिर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देते हैं तो दोबारा उपचुनाव कराना पड़ेगा।

ऐलनाबाद उपचुनाव में करीब पौने सात हजार मतों से जीते अभय सिंह चौटाला ने आज विधानसभा में शपथ ग्रहण की। शपथ लेने के बाद अब अभय सिंका अगला कदम क्या होगा, इस पर राजनेताओं की निगाह टिकी हुई है। विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता विधायक अभय चौटाला को शपथ ग्रहण कराएंगे। अभय सिंह पांचवीं बार विधायक बने हैं।
इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। उपचुनाव में जीत हासिल करने के तुरंत बाद अभय सिंह चौटाला ने बयान दिया था कि यदि किसान कहेंगे तो वह दोबारा फिर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने को तैयार हैं।

यही बात इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने भी कही है। कैथल व यमुनानगर पहुंचे चौटाला ने कहा कि किसानों के हक में अभय सिंह हर तरह की कुर्बानी देने को तैयार हैं।
ओमप्रकाश चौटाला के बयान और अभय सिंह चौटाला के संकेत के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा में शपथ ग्रहण करने के बाद वह कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। यदि उन्होंने दोबारा इस्तीफा दिया तो ऐलनाबाद की जनता को फिर से उपचुनाव का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि अभी आम चुनाव में तीन साल का समय बाकी है।

सिरसा की भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल ने अभय चौटाला के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि चुनाव में बहुत अधिक पैसा खर्च होता है। यदि अभय ऐलनाबाद की जनता की परवाह किए बिना फिर से उपचुनाव की स्थिति पैदा करते हैं तो यह ठीक बात नहीं होगी।
दूसरी तरफ जननायक जनता पार्टी के एक नेता ने कहा कि अभय चौटाला इस्तीफा देने की गलती दोबारा नहीं कर सकते, क्योंकि वह बड़ी मुश्किल से उपचुनाव जीते हैं। यदि दोबारा उपचुनाव के हालात बने तो गठबंधन के हाथों उन्हें हर हाल में नुकसान उठाना पड़ सकता है।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि तीन कानूनों के खिलाफ ऐलनाबाद की बहादुर जनता ने वोट की चोट से अहंकारी सरकार को सबक सिखाते हुए मुझे प्रतिनिधि के तौर पर चुनकर विधानसभा में भेजा है। विधानसभा की सदस्यता की शपथ लेकर सरकार की किसान व जनविरोधी नीतियों के खिलाफ पहले की तरह मुखर होकर आवाज उठाने का काम करूंगा। ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि यदि किसान कहेंगे तो अभय को इस्तीफा देते देर नहीं लगेगी।