हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिले प्रोत्साहन व किसानों के विशेष सहयोग से इस बार हरियाणा में चीनी मिलों को निर्धारित समय से पहले शुरू किया जा रहा है। इससे निश्चित तौर पर चीनी मिलों का घाटा कम होगा, जिससे मिलों को बेहतरीन एवं सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, किसानों को भी इसका फायदा होगा, क्योंकि समय से पहले ही किसानों का गन्ना मिल द्वारा लिया जा सकेगा।
डॉ. बनवारी लाल आज सोनीपत के गन्ना उत्पादक किसानों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने सोनीपत की सहकारी चीनी मिल के पिराई सत्र का शुभारंभ करते हुए गन्ना उत्पादकों किसानों को बधाई दी।

उन्होंने कहा कि रिकवरी रेट को बेहतर करने के लिए इस बार चीनी मिल जल्दी शुरू की गई हैं। सभी मिल्स का सुचारू रूप से चलाने के लिए मैनटेंनेंस का कार्य पहले ही कर लिया गया है, ताकि मिल में किसी भी प्रकार की दिक्कत न आए। इसके अलावा, पिछले साल से सोनीपत शुगर मिल की पिराई क्षमता 1200 टीसीडी से बढ़ाकर 2200 टीसीडी कर दिया है।

डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि पूरे भारत में गन्ने का सबसे ज्यादा रेट हरियाणा के किसानों को दिया जा रहा है, ताकि गन्ना उत्पादक किसानों को खासा मुनाफा मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गन्ने की 15023 किस्म को बढ़ावा देने के लिए किसानों को अलग से 8 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जा रही है, ताकि अधिक से अधिक किसान इस किस्म को उगा सकें। क्योंकि इस वैराइटी में 14 प्रतिशत का रिकवरी रेट है जो सभी किस्मों से ज्यादा है।

उन्होंने कहा कि पूर्ण पारदर्शिता स्थापित करते हुए ऑनलाइन व्यवस्था प्रारंभ की गई है। अब किसानों को मोबाइल एप के माध्यम से हर प्रकार की जानकारी दी जाती है, जिससे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की आशंकाओं पर विराम लगाया गया है।
सरकार द्वारा पिछले वर्ष के गन्ने का भुगतान समय से पहले ही 05 जुलाई तक ही किसानों के बैंक खातों में कर दिया गया था। उचित समय पर किसानों के गन्ना बोंड की फिजीकल वैरिफिकेशन करवाई जाएगी।

डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि हरियाणा में अब चीनी मिलों से चीनी के अलावा एथेनॉल भी निकाला जा रहा है, क्योंकि एथेनॉल को पैट्रोल में मिलाया जा सकता है, जिससे मिलों को तो आमदनी होगी ही सरकार के विदेशी मुद्रा भण्डारण में इजाफा होगा और प्रदूषण भी कम होगा।
हरियाणा का रोहतक चीनी मिल देश का दूसरा ऐसा चीनी मिल है, जहां पर रिफाइंड शुगर का उत्पादन किया जा रहा है। इसके अलावा, प्रदेश के कई चीनी मिलों में गुड़ भी बनाया जा रहा है ताकि इनसे होने वाली आमदनी से मिलों के घाटे को पूरा किया जा सके और किसानों को और अधिक सुविधाएं दी जा सकें।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि मिल में गन्ना लाने वाले किसानों को हर सुविधा दी जा रही है। किसानों को आराम करने के लिए रेस्ट हाउस की सुविधा के साथ ही किसानों के लिए अटल कैंटिन स्थापित की गई हैं, जिसमें किसानों-मजदूरों को मात्र दस रुपये में भरपेट भोजन मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल किसानों से सबसे बड़े हितैषी हैं, जिन्होंने हर कदम किसान हित में उठाया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना तथा किसान समृद्धि योजना किसानों के लिए अत्यधिक लाभकारी योजनाएं हैं, जिनका पूर्ण लाभ किसानों को उठाना चाहिए।

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में तीव्रता से आगे बढ़ रहे हैं। किसान भी खेती के माध्यम से ही आत्मनिर्भर बनेंगे। किसानों को बिना गारंटी ऋण योजना का भी पूर्ण लाभ उठाते हुए खेती की बेहतरी व जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए कदम बढ़ाने चाहिए।
हरियाणा शुगरफैड के अध्यक्ष एवं शाहबाद मारकंडा से विधायक रामकरण ने पिराई सत्र की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मिल की क्षमता को बढ़ाया गया है। मिल को सुचारू रूप से चलाने के लिए आवश्यकताओं को पूरा किया जाएगा। किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होने देंगे।
सीजन 2020-21 में सर्वाधिक गन्ना आपूर्ति करने वाले किसानों को किया पुरस्कृत

पिराई सत्र के शुभारंभ समारोह में सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने गत सीजन 2020-21 के अंतर्गत मिल गेट पर सबसे अधिक गन्ना आपूर्ति करने वाले किसानों को सम्मानित किया। मेहंदीपुर के किसान महेन्द्र (22383 क्विंटल गन्ना) को प्रथम तथा गांव पलड़ा के राजेश को (18449 क्विंटल गन्ना) द्वितीय पुरस्कार से सुशोभित किया। इसी प्रकार पिछले सीजन 2020-21 में बाह्य गन्ना खरीद केंद्रों में सबसे अधिक गन्ना आपूर्ति करने वाले बेगा के यूनिस अली (12133 क्विंटल गन्ना) को सम्मानित किया।
सबसे पहले बुग्गी व ट्रैक्टर-ट्रॉली लाने वाले किसान भी किये गये सम्मानित

गन्ना यार्ड में बुग्गी तथा ट्रैक्टर-ट्रॉली में सबसे पहले गन्ना लाने वाले किसानों को भी सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने सम्मानित किया। वर्ष 2021-2022 के तहत सहकारी चीनी मिल के गन्ना यार्ड में बुग्गी पर सबसे पहले गांव जाहरी के बलवान तथा ट्रैक्टर ट्रॉली में कुराड़ के बिजेन्द्र गन्ना लेकर आये। इन दोनों किसानों को सम्मानित किया गया।