एक बार फिर अभिनेत्री कंगना रनौत मुश्किल में पड़ गईं। उन्होंने एक शो में देश की आजादी को भीख बताया जिस पर उनका विरोध हो रहा है। इस विवादित बयान के बाद कंगना के खिलाफ कई स्थानों पर एफआईआर भी दर्ज की गई है। कई लोगों ने तो उन्हें देशद्रोही तक का टैग दे दिया है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब कंगना ऐसी मुसीबत में फंसी हो। इससे पहले भी कई बार उनके बयान पर बवाल हुआ है।
कंगना के खिलाफ हांसी की अधिवक्ता सुनीता ने हांसी पुलिस अधीक्षक निकिता गहलोत को एक शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराया और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है।
सुनीता ने कहा कि भारत की आजादी के लिए देश के हजारों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी कुर्बानियां दीं। 15 अगस्त 1947 को अंग्रेज भारत छोड़ने पर मजबूर हुए। उस दिन भारत के लोगों को आजादी की सांस नसीब हुई थी। कंगना रणौत ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए जानबूझकर देश की अखंडता और एकता को चोट पहुंचाने वाला बयान दिया है।
देश के लिए जान गंवाने वाले शहीदों के प्रति नफरत फैलाने का काम किया है। शहीदों का अपमान करने का काम किया है। उनके खिलाफ सीधा-सीधा राजद्रोह और शहीदों व देश के अपमान का मामला बनता है। जो IPC की धारा 153 और 124 के तहत गंभीर अपराध है। उन्होंने कंगना के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है।
बता दें कि बुधवार शाम को एक न्यूज चैनल के एक कार्यक्रम में कंगना ने कहा था कि भारत को 2014 में “वास्तविक स्वतंत्रता” प्राप्त हुई थी, जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आई थी। इससे पहले 1947 में मिली स्वतंत्रता तो भीख थी।