तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे कानून की वजह से हरियाणा सरकार और किसानों के बीच संबंध काफी तल्ख हो गए हैं। हरियाणा सरकार की ओर से किसानों के सम्मान में एक प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसमें एक किसान ने बीजेपी सरकार में मंत्री बनवारी लाल के हाथों से इनाम लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद किसान को सिक्योरिटी गॉर्ड्स के द्वारा मंच से नीचे उतार दिया गया।
हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी सरकार के नेता पिछले एक साल से किसानों से निशाने पर हैं।स्टेज पर इनाम लेने पहुंचे किसान ने कहा, ”ये हमारे मेहमान हैं।लेकिन मुझे इनाम एमडी साहब के हाथों से दिया जाए।हमारे किसान आंदोलन में मर रहे हैं। बीजेपी नेता के हाथों सम्मान लेना हमारे शहीद किसानों का अपमान होगा।”
बता दें कि इस प्रोग्राम के बाद सहकारिता मंत्री डॉक्टर बनवारी लाल को जिले में स्थित सहकारी चीनी मिल का उद्घाटन करने जाना था। लेकिन किसानों के विरोध को देखते हुए बनवारी लाल ने अपना प्रोग्राम कैंसिल कर दिया।हालांकि वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए बनवारी लाल ने मिल का उद्घाटन किया।
पेराई सत्र के उद्घाटन में सहकारिता मंत्री के आने की सूचना पर भाकियू के जिलाध्यक्ष आजाद पालवां के नेतृत्व में किसान मौके पर पहुंचे और काले झंडे लेकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।उन्होंने चीनी मिल अधिकारियों के समक्ष विरोध जताते हुए कहा कि जब तक किसानों का आंदोलन चल रहा है तब तक बीजेपी-जेजेपी के नेताओं का विरोध होगा।
आंदोलन कर रहे किसानों ने पेराई सत्र क उद्घाटन मिल पर सबसे पहले गन्ना लेकर पहुंचे किसानों से कराने की मांग भी की।