नई दिल्ली में प्रगति मैदान में 14 नवंबर से 27 नवंबर तक आयोजित किये जा रहे 40वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में हरियाणा प्रदेश गत वर्षों की भांति सक्त्रिय रूप से भागीदारी कर रहा है। इस वर्ष भी आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर हरियाणा विषयवस्तु के साथ हरियाणा मंडप आगंतुकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
मंडप में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विजन और राज्य सरकार द्वारा शुरु की गई नई पहलों को प्रदर्शित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा देश के सर्वाधिक प्रगतिशील राज्यों में शामिल है। हरियाणा प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में हुई उन्नति को हरियाणा मंडप में बेहतर रूप से प्रदर्शित किया गया है। एक आदर्श निवेश गंतव्य-अंतहीन अवसर के संदेश के साथ हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम के विभिन्न मेगा फूड पार्क, फुटवियर पार्क, आईएमटी व अन्य औद्योगिक क्षेत्रों का विवरण प्रदर्शित किया गया है।
हरियाणा राज्य से होने वाले निर्यात को राज्य की प्रगति के रूप में प्रदर्शित किया गया है। हरियाणा का वर्ष 1967-68 में 4.5 करोड़ रुपये का निर्यात बढ़कर वर्ष 2020-21 में 1,74,572 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
हरियाणा मंडप में हरियाणा कृषि एवं व्यवसाय नीति, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग नीति तथा हरियाणा उद्यम एवं रोजगार नीति, एक खंड-एक उत्पाद, एकीकृत विमानन हब, कौशल विकास प्रशिक्षण के मिशन के रूप में विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का विवरण प्रदर्शित किया हुआ है।
परिवार पहचान-पत्र योजना
मंडप में परिवार पहचान-पत्र योजना का विस्तृत विवरण प्रदर्शित किया हुआ है। परिवार पहचान-पत्र बनाने वाला हरियाणा देश का प्रथम राज्य है। वॉलंटियर सेवा के विस्तार की दिशा में ‘समर्पण’ कार्यक्त्रम को शानदार रूप से प्रदर्शित किया हुआ है।
5367 गांवों में दी जा रही है 24 घंटे बिजली
विद्युत क्षेत्र में हरियाणा के विद्युत निगमों का लाभ में होने तथा ‘म्हारा गांव जगमग गांव’ योजना के परिणामस्वरूप हरियाणा के दस जिलों में चौबीस घंटे विद्युत आपूर्ति की दर्शाया गया है। हरियाणा के 5367 गांवों में 24 घंटे व 1658 गांवों में 16 घंटे से 18 घंटे विद्युत आपूर्ति का विवरण प्रदर्शित किया गया है। साथ ही, मंडप में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार विवरण दर्शाया गया है।
हरियाणा खेलों का हब
हरियाणा को खेलों के एक हब के रूप में प्रदर्शित किया हुआ है। ओलंपिक व पैरालम्पिक के विजेता खिलाडियों को दी गई पुरस्कार राशि व अन्य सुविधाओं का विवरण दिया हुआ है।