हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश में बिजली की कोई कमी नहीं है। सभी छोटी व बड़ी इंडस्ट्री को पर्याप्त मात्रा में बिजली दी जा रही है। कुछ भ्रांतियों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेशभर 5 हजार मेगावाट बिजली सरप्लस है। हरियाणा के थर्मल पावर प्लॉट से महज 2510 मेगावाट बिजली की प्रोडक्शन हो रही है, जिसमें से 1700 मेगावाट का ही इस्तेमाल किया जा रहा है।
यदि वायु प्रदूषण के चलते थर्मल पावर प्लॉट में बिजली प्रोडक्शन बंद भी हो जाए तो प्रदेश में किसी तरह का कोई बिजली संकट नहीं है।
बिजली मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में प्रदेश सरकार के पास 12 हजार मेगावाट बिजली उपलब्ध है। वहीं प्रदेश में एक दिन में सबसे ज्यादा 7 हजार मेगावाट तक बिजली का इस्तेमाल हो रहा है, ऐसे में 5 हजार मेगावाट बिजली उनके पास सरप्लस है, यदि थर्मल पावर प्लॉट से मिलने वाली 2510 मेगावाट बिजली की प्रोडक्शन बंद भी कर दी जाती है तो उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
प्रदेश में पर्याप्त बिजली की उपलब्धता है। गर्मी के दिनों में जब बिजली की सबसे ज्यादा डिमांड थी, तब भी हरियाणा सरकार ने सभी छोटे व बड़े उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली उपलब्ध करवाई, जबकि पड़ोसी राज्य में बिजली के लंबे-लंबे कट लगाए गए।
हरियाणा में सभी उद्योगों को बिना की बाधा के बिजली यूं ही मिलती रहेगी। वायु प्रदूषण पर बोलते हुए बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार इस संबंध में कदम उठा रही है। सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के मुताबिक ही फैसले लिए जा रहे हैं।
रणजीत सिंह ने कहा कि बिजली विभाग लगातार भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई कर रहा है, इसी कड़ी में लगभग 150 अधिकारी व कर्मचारियों को राडार पर लिया गया है, इनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।