आज के समय में हमारे सामने जो चुनौती बनकर खड़ी है वह समस्या है प्रदूषण की। यह बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसमें भी हमारा शहर फरीदाबाद पूरे भारत में पांचवे नंबर पर आया है। इसको देखते हुए प्रशासन ने रेड लाइट ऑन व्हीकल ऑफ की मुहिम चलानी शुरू की है जिससे कि प्रदूषण की रोकथाम हो सके।
बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए औद्योगिक नगरी की लाल बत्तियों पर भी दिल्ली की तर्ज पर रेड लाइट ऑन व्हीकल्स ऑफ की मुहिम शुरू हो सकती है। इसके लिए जिला प्रशासन जानकारों से राय ले रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि फरीदाबाद में यह मुहिम कितनी कारगर साबित होगा, इस पर मंथन किया जा रहा है। इसके लिए रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) से मदद ली जा रही है।
फरीदाबाद औद्योगिक नगरी है। यहां करीब 28 हजार छोटी-बड़ी इकाइयां हैं। जहां दो लाख से अधिक कामगार कार्यरत हैं। जानकारों की मानें तो इन कंपनियों में काम करने वाले अधिकांश कामगार अपने वाहन से ड्यूटी करने जाते हैं।
इसके चलते कामकाजी दिनों में शहर की है। उन्होंने बताया कि अब ऐसे सड़कों पर वाहनों की संख्या वाहन आ रहे हैं जो रुकने पर अधिक होती है। ऐसे में वाहनों के अपने आप बंद हो जाते हैं। धुएं से मौजूदा समय में शहर की बावजूद इसके अभी भी कई ऐसे आबोहवा खराब हो रही है।
यातायात पुलिस थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर राजीव ने बताया कि जिले में 125 से ज्यादा यातायात रेड लाइट हैं ।जहां यातायात पुलिस की ड्यूटी लगती है ।उन्होंने बताया कि अब ऐसे वाहन आ रहे हैं जो रूकने पर अपने आप बंद हो जाते हैं।
बावजूद इसके अभी भी कई ऐसे वाहन है जिसके चालक लाल बत्तियां पर उसे बंद नहीं करते। खासकर ट्रक,ऑटो ,कार, बाइक वाले। वह अगर लालबत्ती पर रेड लाइट ऑन होते ही अपने वाहन को चंद सेकेंड के लिए बंद कर दे तो प्रदूषण की रोकथाम में काफी मदद मिलेगी।