रेवाड़ी के गिरधारी लाल कॉम्प्लेक्स में उस वक्त अफरा तफरी मच गई, जब बेसमेंट की खुदाई के दौरान भारी मात्रा में मिट्टी ढह गई और मलबे में 4 मजदूर दब गए। आसपास के लोगों ने जब यह हादसा देखा तो वे मजदूरों के बचाव में उतर आए और इसकी सूचना तुरंत पुलिस और प्रशासन को दी गई।
घटना की सूचना मिलते ही एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और भारी संख्या में पुलिस बल वहां पहुंच गया और तुरंत रेस्क्यू अभियान चलाया गया। करीब 2 घंटे से अधिक दी चले इस रेस्क्यू अभियान के दौरान एक मजदूर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि दो महिलाओं सहित 3 मजदूरों की मलबे में दबने से मौत हो गई। सभी मृतक व घायलों को रेवाड़ी के ट्रॉमा सेंटर में पहुंचाया गया है।
रेवाड़ी के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के पीछे स्थित गिरधारी लाल कांपलेक्स में एक व्यापारी द्वारा निर्माण कार्यों के दौरान खाली प्लॉट में बेसमेंट की खुदाई कराई जा रही थी। देर शाम करीब आधा दर्जन मजदूर इस खुदाई में लगे हुए थे। अचानक से मिट्टी ढह गई और वहां काम कर रहे प्रेम ठेकेदार, खुमान उर्फ पप्पू, सुनीता व लक्ष्मी उसके नीचे दब गए।
करीब 3 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद प्रेम ठेकेदार को जिंदा निकाला गया था। जबकि सुनीता, लक्ष्मी व खुमान उर्फ पप्पू के शव निकाले गए थे। मृतकों में शामिल सुनीता व लक्ष्मी मध्यप्रदेश के दमोह जिले की रहने वाली थी, जबकि पप्पू उर्फ खुमान टीकमगढ़ का रहने वाला था।
रेवाड़ी सिटी पुलिस ने मृतका सुनीता के पति रामभजन की शिकायत पर जयकुमार व प्रेम ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज किया था। लेकिन पांच दिन बीतने के बाद अभी तक दुकान मालिक और ठेकेदार दोनों में से किसी भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
अब हादसे का वीडियो सामने आया है। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि ठेकेदार व 3 मजदूर बेसमेंट की खुदाई के बाद लोहे के सरिए और लकड़ी के फट्टे बांधने में लगे हैं, तभी अचानक एक साइड की पूरी दीवार मिट्टी खिसकने के बाद गिरती है और चंद सेकेंड में ही 10 फिट गहरा बेसमेंट मिट्टी गिरने के बाद सड़क के लेवल पर आ गया।
हादसे में ठेकेदार को ताे जिंदा बचा लिया गया था, लेकिन दो महिलाओं और एक पुरुष की मौत हो गई थी। दुकान के मालिक और ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज होने के बावजूद उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।