आज के समय में एक समस्या जिससे हर मनुष्य जूझ रहा है वह है महंगाई की मार। सभी को महंगाई बहुत ही ज्यादा परेशान कर रही है। क्योंकि आज के समय में लोगों के पास आय कम है और खर्चे ज्यादा है। जिससे उन्हें घर चलाने में बहुत दिक्कत आ रही है। वह चाहे कितने भी खर्चे कम कर ले मगर महंगाई की वजह से वह कुछ भी नहीं बचा पाते है।
चाहे सब्जी के रेट देख लीजिए, चाहे घर ने रोजाना इस्तेमाल होने वाली चीजों के दाम। सभी के रेट आसमान को छू रहे है।ऐसे समय में जब एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम ₹1000 को छू चुके हैं। ऐसे में एक चौकाने वाली खबर सामने आई है।
हरियाना कस्बा के गांव लांबडा कांगड़ी के घरों में मात्र ₹296 में अनलिमिटेड गैस की सप्लाई हो रही है। बता दें कि यह कमाल सहकारी समिति का है, जो बायोगैस प्लांट बनाकर 50 घरों में बहुत कम कीमत पर बायोगैस की सप्लाई कर रही है। यह प्लांट 2015 में बना था।
इस प्लांट से गैस सप्लाई के लिए गांव में 2000 मीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई गई है।गैस गोबर से तैयार होती है और इसके लिए गोबर भी गांव के लोगों से ही लिया जाता है।1 क्विंटल गोबर के बदले उन्हें ₹8 दिए जाते हैं।बता दें कि गोबर को इकट्ठा करने के लिए गाड़ी घर घर जाती है।
गांव में करीब 300 घर है, लेकिन पायलट प्रोजेक्ट होने के कारण अभी इसे सिर्फ 50 घरों में ही शुरू किया गया है। लोगों को 1 महीने के लिए ₹296 का भुगतान करना होता है।
इसके बदले उन्हें अनलिमिटेड गैस सप्लाई दी जाती है। प्लांट से निकलने वाला गोबर का घोल खाद के रूप में ₹600 से ₹800 प्रति 5000 लीटर में बेचा जाता है। सस्ती खाद मिलने से लोगों का यूरिया व अन्य प्रकार का खर्च भी बच जाता है। वही समिति के सचिव जसविंदर सिंह ने कहा कि समिति 1920 में शुरू की गई थी, इसका पंजीकरण लाहौर में हुआ था।
यह पिछले 102 सालों से लगातार चल रही है। उन्होंने बताया कि लाहौर में पंजीकरण का पत्र आज भी समिति के पास मौजूद है।बंटवारे के बाद इसका मुख्य दफ्तर पहले जालंधर और बाद में चंडीगढ़ शिफ्ट कर दिया गया।
सारे खर्च को निकालने के बाद समिति का सालाना मुनाफा एक से डेढ़ लाख रुपए के बीच है।इस पैसे को समिति कम ब्याज दर पर किसानों को देती है। इस पैसे से भी समिति को आय होती है।