पवित्र ग्रंथ “गीता ने मेरे जीवन को कैसे बदला” और “मैंने पवित्र ग्रंथ गीता से क्या सीखा”, विषय पर 500-500 शब्दों का सबसे अच्छा निबंध लिखने पर विद्यार्थी को सम्मानित किया जाएगा। इन विषयों के साथ-साथ आजादी के अमृत महोत्सव के चलते “भारत की स्वतंत्रता में पवित्र ग्रंथ गीता का महत्व” विषय को भी विशेष तौर पर निबंध लेखन प्रतियोगिता का विषय रखा गया है। इस विषय पर भी 500 शब्द का अच्छा निबंध लिखने पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के माध्यम से शिक्षा विभाग द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
इस बारे में जानकारी देते हुए आज एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया की गीता महोत्सव में इस वर्ष शिक्षा विभाग के माध्यम से प्रदेश भर के लाखों विद्यार्थियों को पवित्र ग्रंथ गीता के साथ-साथ आजादी के अमृत महोत्सव से, जोड़ने का अनोखा प्रयास किया जा रहा है।
निबंध लेखन के साथ-साथ इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में गीता श्लोकोच्चारण, भाषण, संवाद और पेंटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन आफलाईन प्रणाली से होगा। उन्होंने बताया की इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 की विद्यालय स्तर की प्रतियोगिताएं 29 व 30 नवंबर, खंड स्तरीय प्रतियोगिताएं 2 से 4 दिसंबर, जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं 6 से 8 दिसंबर और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं 11 से 14 दिसंबर तक होंगी।
उन्होंने बताया की विद्यालय स्तर पर प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय और सांत्वना पुरस्कार एवं प्रमाण प्रदान किए जाएंगे। खंड स्तर की प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के रुप में 1100 रुपए, द्वितीय को 750, तृतीय को 500 और सांत्वना पुरस्कार के रुप में 100 रुपए की राशि दी जाएगी।
जिला स्तर पर प्रथम आने पर 2100, द्वितीय को 1500, तृतीय को 1000 और सांत्वना पुरस्कार प्रत्येक श्रेणी में 3 प्रतिभागियों को 500-500 रुपए दिए जाएंगे। इसी तरह राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार के रुप में 5100, द्वितीय को 3100, तृतीय को 2100 और सांत्वना पुरस्कार के प्रत्येक श्रेणी में 3 प्रतिभागियों को 1-1 हजार रुपए की राशि दी जाएगी।
इस बार महामारी के कारण और एसओपी गाइडलाइंस के आधार पर केवल 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की ही प्रतियोगिताएं आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।