आज के समय में लोग मोक्ष प्राप्ति के लिए बहुत कुछ कर रहे है। कोई रोजाना जाता हैं, तो कोई दानपुण्य कर रहा है। इनको देखकर ऐसा लगता है कि लोग अपनी जिंदगी से बहुत परेशान है। मगर इसमें भी क्या अपने कभी यह सुना हैं कि मोक्ष प्राप्ति के लिए किसी ने अपने बीवी बच्चों की हत्या की हो। नहीं, तो आज हम आपको एक ऐसा मामला बताने वाले है जिसमे एक व्यक्ति ने मोक्ष प्राप्त करने के लिए अपने परिवार के चार लोगो की हत्या कर दी।
आपको बता दे यह दिल दहला देने वाला मामला हिसार जिले से आया है। यहां परिवार के सदस्यों के शव खून में लथपथ घर के अंदर मिले और मालिक बाहर सड़क पर पड़ा मिला। आपको बता दे यह मामला अग्रोहा के नंगथला गांव का है।
आपको बता दे सूचना मिलते ही डीआईजी बलवान सिंह मौके पर पहुंचे।

बलवान सिंह राणा का यह कहना है कि मकान मालिक को डायरी लिखने की आदत थी। और डायरी से यह पता चला है कि मालिक धार्मिक प्रवृत्ति का था। मोक्ष की प्राप्ति के लिए उसने सारे परिवार के सदस्यों की हत्या की और खुद की भी आत्महत्या की।

आपको बता दे, यह मामला सोमवार को सुबह सुबह आई थी। यह मामला सभी इलाकों में आग की तरह फैलने लगा। गांव वासी भी मूक पर पहुंचे। एक ही परिवार के 5 लोगो की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में भी हलचल शुरू हो गई। बरवाला-अग्रोहा मार्ग पर पड़े शव की पहचान गांव नंगथला निवासी रमेश के रूप में हुई जो पेंटर का काम करता है।

जानकारी के अनुसार रमेश ने पहले अपनी 38 वर्षीय पत्नी, 11 वर्षीय लड़के और 12 व 14 वर्षीय बेटियों की कुदाल जैसे किसी नुकीले हथियार से हत्या कर दी और बाद में खुद मुख्य सड़क पर जाकर किसी गाड़ी के सामने कूद कर आत्महत्या कर ली।

गाड़ी के आगे कूदने से पहले उसे खुद को करंट लगाकर मारने का भी प्रयास किया लेकिन उसमें कामयाब नहीं होने पर किसी अज्ञात वाहन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली।

पुलिस की छानबीन करने पर पता चला, रमेश ने यह सब मोक्ष प्राप्ति के उद्देश्य के से किया था। रमेश सन्यास लेकर सन्यासी बनना चाहता था लेकिन घर वालों के दबाव में ऐसा कर नहीं पा रहा था। वह पर्यावरण प्रेमी के नाम से भी मशहूर था। वह ग्रामीणें के घर में घुसे सांपों, बिच्छुओं, जहरीले जानवरों व जंगली छिपकलियों को बाहर निकालकर जंगलों में छोडऩे का भी काम करता था।

इसके लिए वह ग्रामीणों से कोई पैसा नहीं लेता था। वह पर्यावरण संरक्षण के लिए भी काम करता था और उसके द्वारा ऐसा खतरनाक कदम उठाये जाने से उसको जानने वाला हर व्यक्ति हैरान है।

पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा के अनुसार विनोद की डायरी से पता लगा है कि उसका अब इस दुनियां में मन नहीं लग रहा था। उसके अनुसार दुनिया उसके रहने लायक नहीं है और यहां पर काफी राक्षसी प्रवृति के इंसान रहते हैं। वह दुनियां को छोडऩा चाहता है लेकिन उसको डर है कि उसके जाने के बाद उसकी पत्नी व बच्चों का क्या होगा।

वह उनसे बहुत प्यार करता है। इसीलिए उसने अपने बच्चों व पत्नी की हत्या करके खुद आत्महत्या कर ली ताकि उसे मोक्ष मिल सके। डीआईजी बलवान सिंह राणा के अनुसार ऐसे लोगों की काउंसलिंग होनी बहुत जरूरी है।