जैसा कि आपको पता ही है कि, सर्दियों का मौसम आ चुका है। सुबह तो लोग अपने कंबल से निकलना भी पसंद नही करते। अब कड़ाके की सर्दी पड़नी शुरू हो चुकी है। इस समय पर देश के कई राज्यों में भीषण सर्दी का कहर जारी है। और आपको बता दे उत्तरपश्चिमी भारत में शीत लहर का प्रकोप लगातार बढ़ती जा रही है।
आपको बता दे, मौसम की पहली ही शीतलहर के दौर ने बहुत रिकॉड तोड़े, राजस्थान, पंजाब और पश्चिमी हरियाणा के तापमान की बात करे तो यह तापमान माइनस में दर्ज किया गया था। व्यापक स्तर पर पाला जमने से फसल भी प्रभावित हो रही है।
आपको बता दे, दिल्ली एनसीआर और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेंसियस से कम दर्ज किए गए है। यहां भी कड़ाके वाली ठंड देखने को मिल रही है। हालाकि कल शाम से उत्तर पश्चिमी हवाओं की रफ्तार धीमी पड़ी है। जिससे ठंड से तो मामूली सी राहत है, लेकिन तापमान अभी भी सामान्य स्तर से काफी नीचे है।
जानकारी के अनुसार, आज राजस्थान और पंजाब के इलाकों में न्यूनतम तापमान में 1 से 2°c की बढ़ोतरी हो सकती है। वही हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश में तापमान में कोई बदलाव नहीं होगा, न्यूनतम 0 से 5°c के बीच ही दर्ज किए जाने की संभावना है।
अगर बात करे कल यानी 22 दिसंबर की तो कल न्यूनतम और अधिकतम तापमान में 2 से 3°c की बढ़ोतरी संभव है। जिससे शीतलहर से राहत शुरू हो जायेगी। लेकिन फिर भी मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा में अगले 2 दिन भी शीतलहर से कोई राहत नहीं मिलेगी।
आपको बता दे, 22 दिसंबर की शाम से कश्मीर में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ प्रवेश करेगा, प्रणाली के आसार से कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड की पहाड़ियों पर हल्की बर्फबारी दर्ज की जाएगी।
आसार लगाए जा रहे है कि इस प्रणाली के प्रभाव से उत्तर भारत के मैदानी राज्यो में हवा की दिशा बदल कर पूर्व/दक्षिण पूर्वी हो जायेगी। तापमान में भी बढ़ोतरी हो सकती है और शीतलहर से पूरी तरह राहत मिलेगी।
आपको बता दे 23 और 24 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में मौसम परिवर्तनशील होगा, बादलवाही होने के साथ साथ सीमित इलाकों में बूंदाबांदी या हल्की बूंदाबांदी दर्ज की जा सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार, कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के साथ साथ मध्यम या तीव्र दर्ज का पश्चिमी विक्षोभ 26/27 दिसंबर से उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यो और मैदानी इलाकों को प्रभावित कर सकता है।इस पश्चिमी विक्षोभ में बारिश का फैलाव और तीव्रता अधिक होने की संभावना है।
कृषि मौसम विज्ञान विभाग, चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के अनुसार, हरियाणा राज्य में पिछले तीन दिनों स उत्तरपाश्चिमी शीतलहर चलने से मौसम खुश्क परन्तु तापमान विशेषकर रात्रि तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
इसके अलावा पाश्चिमी व दक्षिण हरियाणा के कुछ-एक क्षेत्रों में रात्रि तापमान में ज्यादा गिरावट होने से पाला भी पड़ा। इस दौरान राज्य में दिन व रात्रि तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज हुए।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घण्टों में अर्थात 21-22 दिसम्बर को भी उत्तरपश्चिमी शीत हवाएँ चलने से तापमान में हल्की गिरावट तथा बाद में पश्चिम विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हवा में बदलाव उत्तर पश्चिम से दक्षिण पूर्व व पूर्वी हो जाने से 23 व 24 दिसंबरको राज्य में ज्यादातर स्थानों पर धुँध छाने की संभावना है।
लेकिन आपको बता दे 24 दिसम्बर को एक और पाश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य के मौसम में बदलाव की संभावना है। जिससे 24 दिसंबर व 25 दिसंबर को उत्तर हरियाणा के कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी व अन्य क्षेत्रों में आंशिक बादलवाई जिससे दिन के तापमान में गिरावट परन्तु रात्रि तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होने की संभावना है।
परन्तु बाद में इसी पश्चिमीविक्षोभ की सक्रियता बढ़ने व पंजाब के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से 26 दिसम्बर रात्रि से राज्य के ज्यादातर स्थानों पर गरज चमक व हवायों के साथ हल्की से मध्यम बारिश संभावित।
दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे क्षेत्र पर एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संबद्ध परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 22 दिसंबर से पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा और दूसरा 24 दिसंबर के आसपास।
अगर बात करे पिछले 24 घंटों की तो उसके दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहा। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की छिटपुट बारिश हुई। पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों, पश्चिमी राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा के कुछ इलाकों में भीषण शीत लहर की स्थिति बनी हुई है।
दिल्ली, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और पूर्वी मध्य प्रदेश में शीत लहर की स्थिति बनी हुई है। पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा और बिहार, मणिपुर, उत्तराखंड और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में हल्का कोहरा छाया रहा।
अनुमान लगाया जा रहा है कि, अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। उत्तर पश्चिम भारत के न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना दिखाई नहीं दे रही। पूर्वी और इससे सटे मध्य भारत के न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट आ सकती है।
पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में भीषण शीत लहर की स्थिति बन सकती है। दिल्ली, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, पश्चिमी राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर की स्थिति संभव है।