अकसर हरियाणा रोडवेज के चालकों और परिचालकों के किस्से चर्चा में रहते हैं। कभी इनकी मनमानी के किराए को लेकर तो कभी कुछ। लेकिन जो किस्सा हम आपको बताने वाले वो सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। यह मामला एक महिला से जुड़ा है। वह प्रतिदिन रोडवेज की बसों में सफर करती है लेकिन एक दिन जब वह यात्रा कर रही थी तो बस कंडक्टर की एक हरकत महिला को बिलकुल पसंद नहीं आई। कंडक्टर की एक गलती उसी पर भारी पड़ गई। इस परिचालक के खिलाफ रोडवेज विभाग ने उसे चार्जशीट कर दिया। फिलहाल यह मामला सुर्खियों में है।
बता दें कि जब महिला बस में चढ़ी तो परिचालक ने इस महिला को टिकट दी और उसपर अपना नंबर भी लिखा। कंडक्टर को टिकट पर अपना नंबर लिखकर देना महंगा पड़ गया।
जैसे ही मामले की शिकायत मिली तो महिला आयोग ने परिवहन विभाग से जवाब मांगा है। मामला संज्ञान में आने के बाद रोडवेज विभाग ने परिचालक महेंद्र को चार्जशीट कर दिया है। जानकारी के अनुसार परिचालक महेंद्र कालका सब डिपो में कार्यरत है। रोहित कुमार ने हरियाणा राज्य महिला आयोग को ट्वीट कर शिकायत दी थी।
ट्वीट में रोहित ने लिखा था कि हरियाणा सरकार ने बस में सफर करने वाली महिलाओं को टिकट पर परिचालक का मोबाइल नंबर लिखकर देने की नई सुविधा शुरू की है। इसके बाद आयोग ने टिकट पर दिए गए नंबर पर संपर्क किया तो पता चला कि मोहन परिचालक सरकारी ड्यूटी पर जींद जा रहा है। यह मोबाइल नंबर उसी का है।
इसके बाद हरियाणा महिला आयोग ने रोडवेज विभाग पंचकूला को परिचालक के खिलाफ कार्यवाही के लिए लिखा। आयोग ने दो दिन के अंदर ही अपनी रिपोर्ट भेजने को कहा है। कालका उप डिपो के परिचालक मोहन ने महिलाओं से संपर्क करने के लिए टिकट पर अपना नंबर अंकित कर रखा है, आयोग ने कहा कि यह गलत है।
आयोग ने कहा कि सरकारी टिकट पर महिलाओं को व्यक्तिगत नंबर देना अप्रत्यक्ष रूप से छेड़छाड़ की श्रेणी में आता है। मामला गंभीर है, आयोग के पत्र पर 20 दिसंबर 2021 को परिवहन विभाग ने परिचालक मोहन लाल को चार्जशीट करने की बात कही थी।
इस पर हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन प्रीति भारद्वाज दलाल का कहना है कि आयोग को शिकायत मिलने पर रोडवेज विभाग से जवाब तलब किया गया, जिस पर उन्होंने परिचालक के खिलाफ कार्यवाही की पुष्टि की।