धीरे धीरे महामारी के नए वेरिएंट ने लोगों को बीमार करना शुरू कर दिया है। देश में ओमिक्रॉन के मामले 350 के पार जा चुके है। वहीं हरियाणा में भी इसके 4 मामले सामने आ चुके है। प्रदेश में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों की संभावना को देखते हुए लोगों की सुरक्षा के लिए नए साल से सार्वजनिक स्थलों व अन्य कार्यक्रमों में 200 से अधिक लोगों के इक्ट्ठा होने पर भी रोक है। रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लोग कहीं भी आ जा नहीं सकेंगे।
शुक्रवार को महामारी की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए जरूरी है कि लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए। वैक्सीनेशन की तरफ अधिक ध्यान दिया जाए। सभी लोगों को अपनी दोनों वैक्सिनेशन की डोज लेनी चाहिए।

स्वास्थ्य विभाग महामारी के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए अपनी सभी प्रकार की तैयारियां पूर्ण कर ले। जहां भी जरूरी हो, वहां पर आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने बताया कि सार्वजनिक स्थलों पर रोक वाले आदेशों की वजह से 23 दिसंबर को एक लाख से अधिक लोगों ने वैक्सिन की दूसरी डोज लगवाई।

इसके अलावा विभाग की ओर से 30-32 हजार रोगियों की टेस्टिंग प्रतिदिन की जा रही है और पॉजिटिव पाए जाने व्यक्तियों के लिए संपूर्ण जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है।

बैठक में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, मुख्य सचिव संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी.एस. ढेसी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. दास, शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. महावीर सिंह, मेडिकल शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग की प्रधान सचिव जी अनुपमा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल सहित स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों ने भाग लिया।