हरियाणा विधानसभा के शीत कालीन सत्र के दौरान प्रश्नकाल में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पूर्वी और पश्चिमी हरियाणा को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए एक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। केंद्र सरकार से इसका डीपीआर तैयार करने के लिए मंजूरी भी मिल गई है। केंद्र ने डीपीआर तैयार करने के लिए 80 लाख रुपए की स्वीकृति भी दी है।
जल्द से जल्द इस एक्सप्रेसवे को बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इस एक्सप्रेस के निर्माण के बाद से प्रदेश के अन्य जिलों का हेवी ट्रैफिक डायवर्ट होकर इस पर आएगा। यह एक्सप्रेसवे नेशनल हाईवे से भी जुड़ेगा।

डिप्टी सीएम ने विधानसभा के एक सदस्य के सवाल के उत्तर में बताया कि डबवाली से पानीपत तक एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है इस एक्सप्रेसवे के बनने से प्रदेश के कई जिलों को फायदा होगा।

उन्होंने कहा कि प्रस्तावित एक्सप्रेसवे प्रदेश के सात नेशनल हाईवे से भी जुड़ेगा। इसके बाद से प्रदेश के अन्य जिलों का हैवी ट्रैफिक भी डायवर्ट होकर इस एक्सप्रेसवे का फायदा उठा सकेगा।
दो राज्यों की सीमा से है जुड़ा

वन विभाग की एनओसी अभी बकाया विदित रहे कि डबवाली हरियाणा के अंतिम छोर पर है। डबवाली उपमंडल की सीमा दो राज्यों पंजाब तथा राजस्थान की सीमा से लगती है। दो राज्यों की सीमा लगने की वजह से यहां से भारी भरकम वाहनों का आवागमन ज्यादा रहता है। लेकिन यहां से पानीपत, करनाल होते हुए उत्तर प्रदेश जाने के लिए सीधा कोई राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं है।

डबवाली-पानीपत एक्सप्रेसवे बनने से हरियाणा के अलावा पंजाब एवं राजस्थान को भी बहुत फायदा होगा। विधानसभा सदस्य द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री ने बताया कि जींद-सफीदों मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने को लेकर प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी है।
वन विभाग की एनओसी बकाया

उन्होंने कहा कि वन विभाग की तरफ से अभी एनओसी भी बकाया है। जैसे ही एनओसी मिलती है, सड़क को चौड़ा करने के काम में और तेजी लाई जाएगी। सफीदों शहर के बाईपास के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि अधूरे पड़े बाईपास के कार्य की जांच करवा कर पूरा करवा दिया जाएगा।