आपको बता दे, हरियाणा में कैबिनेट विस्तार के बाद से ही प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच ठन गई है। इसमें गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि बुधवार को उनके विभाग से शहरी स्थानीय निकायों के विभाग से हटा दिया गया। इससे पहले सीएम ने उनसे गृह मंत्रालय मांगा था, तब मैंने कहा कि इससे बेहतर तो मैं सभी विभागों से इस्तीफा ही दे दूं।
जानकारी के अनुसार अनिल विज ने बुधवार को हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा कि जब मुख्यमंत्री ने मुझसे गृह मंत्रालय लेने की इच्छा जताई तो मैंने उन्हें मंत्रिपरषद से ही हटने की पेशकश कर दी । अनिल विज ने सीएम पर उनसे गृह विभाग हटाने का अभियान जारी रखने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘मैंने मंगलवार को सीएम से कहा था कि वह पिछले दो साल से मुझे गृह विभाग से हटाने का अभियान चला रहे हैं। मुझे गृह विभाग से ही क्यों हटा रहे हैं? मैं अपने सभी विभागों को छोड़ने को तैयार हूं।’ छह बार के विधायक रह चुके विज ने कहा कि उन्होंने पद छोड़ने की पेशकश का एक पत्र भी तैयार किया है।
विज ने कहा कि उन्हें शुरू में मुख्यमंत्री ने कहा था कि उन्हें नए मंत्री कमल गुप्ता के लिए उन्हें एक विभाग छोड़ना होगा, लेकिन फिर सीएम ने मुझसे कहा कि वह अपने लिए गृह विभाग का प्रभार भी चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा, इसलिए मैंने सीएम से कहा कि मैं सभी विभागों का प्रभार छोड़ने के लिए तैयार हूं और इसे राज्यपाल को लिखित रूप में दूंगा। बुधवार की स्थिति के अनुसार, विज के पास गृह, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान, आयुष, तकनीकी शिक्षा और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग हैं।