अपनी ठेठ हरियाणवी बोली से पूरे भारत पर छाने वाले हरियाणा के देशी पत्रकार करमू को चंडीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। देशी पत्रकार पर आरोप है कि वह लोगों के बीच वैक्सीन और मास्क को लेकर गलत जानकारी शेयर कर रहे हैं और पब्लिक प्लेस उसने मास्क नहीं पहना था। साथ ही पुलिस के काम में बाधा भी उत्पन्न कर रहा था। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि हाल ही में करमू ने नरवाना में डॉ. देवेन्द्र बल्हारा का इंटरव्यू लिया था। इस इंटरव्यू में डॉ. देवेन्द्र बल्हारा ने दावा करते हुए कहा कि मास्क पहनना जरूरी नहीं है और इसके साथ ही महामारी की वैक्सीन पर भी सवाल उठाए थे।
बता दें कि चंडीगढ़ पुलिस ने करमू के साथ साथ डॉ. देवेन्द्र बल्हारा को भी गिरफ्तार किया है। फिलहाल दोनों को चंडीगढ़ के सेक्टर-39 पुलिस चौकी ले जाया गया है। वहीं दूसरी तरफ करमू के दोस्त धरमू ने इसे पत्रकारों की अभिव्यक्ति के ऊपर सरकार का कुठाराघात बताया है।

फिलहाल देशी पत्रकार करमू के पक्ष में लोगों की भारी भीड़ पुलिस चौकी के सामने जमा हो गई है। लोगों की मांग है कि तुरंत प्रभाव से देशी पत्रकार करमू और डॉ देवेन्द्र बल्हारा को रिहा किया जाए।

बता दें कि देशी पत्रकार करमू और धरमू की जोड़ी अपनी ठेठ हरियाणवी बोली में पत्रकारिता करती है और इसी की वजह से वह देशभर में मशहूर हैं। सोशल मीडिया पर उनके लाखों प्रशंसक हैं।

हाईकोर्ट के वकील सुरेंद्र गौड़ और गंगा सिंह गोपेरा का आरोप है कि गैर जमानती धारा लगाकर पुलिस ने पत्रकार और डॉक्टर को टारगेट किया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि इन्होंने ड्यूटी में कोई बाधा नहीं डाली। पुलिस ने जो धारा 353 लगाई है वह बिल्कुल गलत है। यह धारा बनती ही नहीं थी। वे हाईकोर्ट में इसे चैलेंज करेंगे।

इस पर थाना प्रभारी जुल्दान सिंह ने कहा कि सेक्टर 37 महामारी की गाइडलाइंस की अवहेलना करने वालों के चालान काटे जा रहे थे। जिसके चलते सरकारी काम में बाधा डाली गई। उन अधिकारियों की शिकायत पर 2 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।