हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांवों के विकास के लिए मजबूत इंस्फ्रास्ट्रक्चर की ओर अधिक ध्यान दिया जाए। पहले चरण में गांवों में कम्युनिटी सेंटर के निर्माण, पुरानी बिल्डिंग की रिपेयर व ग्रे वाटर की समस्या पर अधिक ध्यान दिया जाए। विकास एवं पंचायत मंत्री शुक्रवार को फील्ड में कार्यरत इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों की बैठक ले रहे थे।
उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में गुणवता पर पूरा ध्यान दिया जाए। विकास कार्यों में जीरो टोलरेंस की नीति पर काम हो। इसमें लापरवाही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाली गलियों, नालियों, भवनों इत्यादि का निर्माण इस उद्देश्य से किया जाना कि लंबे समय पर इनका उपयोग संभव हो सके और ग्रामीणों को कोई समस्या न आए।
उन्होंने कहा कि आज गांवों में सामुदायिक भवनों की काफी आवश्यकता है, ताकि शहरों की तर्ज पर ग्रामीण क्षेत्रों में भी सभी समाज के लोग विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर सकें। इसी प्रकार गांवों में ई-लाइब्रेरी के माध्यम से बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने व उच्च शिक्षा में मदद मिल सके।
ग्रे वाटर प्रदेश के अधिकतर गांवों में एक गंभीर समस्या बन रही है, इसका स्थाई समाधान किया जाए और ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर इस पानी का उपयोग खेतों या पेड़ों की सिंचाई के लिए उपयोग में लाया जाए।
उन्होंने कहा कि जिस विकास कार्य के लिए बजट अलॉट किया जाए, उसका सही प्रकार से सदुपयोग हो तथा विकास कार्यों में भी अनावश्यक रूप से देरी नहीं होनी चाहिए।
देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व में आज प्रदेश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। हमारा प्रयास है कि विकास की इस गति में प्रदेश के गांवों भी आगे आएं और गांवों में किसी भी प्रकार की समस्या न रहे। ग्रामीणों के सुविधाएं के लिए शहरों की ओर पलायन न करें, जबकि उन्हें शहरों जैसी सुविधाएं गांवों में ही मिलें।