देश में महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पूरे एक्शन मोड में आ गए हैं और स्वयं फील्ड में जाकर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा ले रहे हैं ताकि आने वाले दिनों में महामारी के मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित किसी भी प्रकार से दिक्कत का सामना न करना पडे़। अनिल विज ने इसी दिशा में आज पंचकूला के नागरिक अस्पताल में औचक निरीक्षण किया और वहां स्थापित पीएसए आक्सीजन प्लांट की कार्यप्रणाली की जांच की तथा साथ ही अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा भी लिया।
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री विज ने पीएसए प्लांट के आपरेटर से बातचीत की और प्लांट से संबंधित उपकरणों के संचालन के संबंध में जानकारी भी हासिल की।
स्वास्थ्य मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पंचकूला में प्रदेश की दूसरी जिनोम सिक्वेंसिंग लैब स्थापित की जाएगी। इस लैब से प्रदेश के दोनों छोर पर एक-एक लैब होगी। इससे पहले रोहतक में एक लैब स्थापित की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि महामारी की पिछली लहर में ज्यादा दिक्कत ऑक्सीजन की हुई थी। इस वजह से सभी अस्पतालों में पीएसए प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया था।
बता दें कि अब तक प्रदेश के सरकारी अस्पताल व मेडिकल कालेज में 84 पीएसए प्लांट लगाए जा चुके हैं, जबकि 54 प्लांट प्राइवेट अस्पतालों में लगे हैं। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन के मामले में हरियाणा लगभग आत्मनिर्भर हो गया है।
इसके अलावा वेंटीलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एवं अन्य उपकरण भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। पंचकूला के नागरिक अस्पताल में उपकरण ठीक प्रकार से काम कर रहे हैं। प्रदेश में महामारी का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है लेकिन अब भी अस्पतालों में संक्रमित मरीज ज्यादा नहीं है, अधिकतर होम आइसोलेशन में है।
गौरतलब है कि महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री विज ने बीती 31 दिसंबर को भी फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में औचक निरीक्षण कर पीएसए प्लांट की कार्यप्रणाली को भी चैक किया था। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वह अस्पतालों में सभी प्रबंधों को पूरी तरह से दुरुस्त रखे और वह कभी भी आकर इनका औचक निरीक्षण कर सकते हैं।