हरियाणा के विद्युत तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि वर्ष 2021-22 में लक्ष्य रखा है कि वह इस साल 22 हजार सोलर टयूबवेल कनेक्शन देने का निर्धारित किया करेंगे, बता दे, इन कनेक्शन में से अब तक 15 हजार सोलर टयूबवेल कनेक्शन दिए भी जा चुके हैं। बाकी बचे हुए 7 हजार कनेक्शन मार्च 2022 तक दे दिए जाने का आश्वासन दिया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा 50 हजार सोलर टयूबवेल कनेक्शन साल 2022-23 तक प्रदेश में प्रदान किए जायेंगे। रणजीत सिंह पंचकूला के सेक्टर-1 स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में नवीन एवं नवीकरीण ऊर्जा विभाग की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
आपको बता दे, उन्होंने ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में गौरवशील कार्य करने के लिए उद्योगों, भवन मालिकों तथा शैक्षणिक संस्थाओं को सम्मान दिया गया। उन्होंने ”बैस्ट प्रैक्टिस ऑन एनर्जी कंजर्वेशन फॉर होस्पिटल्स” नामक हैंडबुक का विमोचन भी किया।
रणजीत सिंह ने कहा कि “ऊर्जा विकास की धुरी है और हमें अपनी आने वाली पीढि़यों के लिए सतत और बेहतर विकास के लिए अपने प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण और बुद्धिमानी से उपयोग करना होगा।”
आगे उन्होंने बताया कि “मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में ऊर्जा विभाग और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग ने बिजली और अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि बीते लगभग सात सालों में बिजली चोरी के मामलों में भारी गिरावट आई है और वित्त वर्ष 2021-22 में लाइन लॉस 14 प्रतिशत से भी कम रहने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रदेश में ऊर्जा संरक्षण उपकरणों के प्रयोग के लिए हरियाणा की तारीफ भी की है तथा कहा है कि अन्य प्रदेशों को भी ऊर्जा संरक्षण की दिशा में हरियाणा के मॉडल का अध्ययन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में गुरूग्राम, फरीदाबाद, पलवल तथा सोनीपत उत्तर भारत का सबसे बड़ा ओद्यौगिक हब बनने जा रहे हैं और इसमें विद्युत क्षेत्र का बहुत योगदान है। आज के समय में सूचना प्रोद्यौगिकी में ऊर्जा के प्रयोग से विकास की गति में और तेज आई है।
आज उद्योगों, भवनों, शैक्षणिक संस्थाओं के साथ-साथ गांवों में भी अक्षय ऊर्जा के प्रयोग के प्रति लोगों में काफी जागरुकता आयी है। इस अवसर पर रणजीत सिंह ने राज्य में ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2005 और ऊर्जा दक्षता के प्रयासों को मान्यता देने के लिए विभिन्न श्रेणियों के ऊर्जा उपभोक्ताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
आपकी बता दे, विजेताओं को शील्ड, प्रमाण पत्र और 50 हजार से 2 लाख रूपए तक के नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। 1.0 मेगावाट से अधिक के उद्योगों की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार एम/एस होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड गुरूग्राम को दिया गया, जबकि 1.0 मेगावाट से कम के उद्योगों की श्रेणी में एम/एस कैरिज एंड वैगन वर्कशॉप, उत्तर रेलवे, पंचकूला ने प्रथम पुरस्कार हासिल किया।