मंत्री जी की गाड़ी रोकने की हिमाकत एक पुलिस वाला तो गलती से भी नहीं कर सकता है। अगर रोक भी दी तो सोचिए उसका हश्र क्या होगा। आप अक्सर खबर भी सुनते होंगे जब पुलिस मंत्री की गाड़ी को रोक देते है तो वो नाराज हो जाते है लेकिन एमपी के ग्वालियर में जो हुआ है, उसके बारे में जानने के बाद आपकी सोच बदल जाएगी। ग्वालियर पुलिस के कुछ जवानों ने रात में उर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर की गाड़ी रोकी थी।अगले दिन मंत्री जी उन जवानों को इनाम देने पहुंच गए।

आपको बता दे कि मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पुलिसकर्मियों के साहस से इतने प्रभावित हो गए कि अगले दिन उनका सम्मान करने पुलिस कंट्रोल रूम पहुंच गए। यहां उन्होंने पुलिस कर्मियों का सम्मान किया और उनके कार्य की तारीफ भी की। जानकारी के मुताबिक मंत्री रात में करीब साढ़े दस बजे अपनी ही विधानसभा में एक शादी समारोह में शामिल होकर चार शहर का नाका, हजीरा से घर की तरफ लौट रहे थे।

तभी हजीरा थाने के स्टाफ ने उनकी गाड़ी को चैकिंग पॉइंट पर रोक लिया। बताया जा रहा है कि मंत्री के साथ कोई पायलट और फॉलो नहीं था इसलिए पुलिस समझ ही नहीं पाई कि गाड़ी में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर हैं। पुलिस को जैसे ही इस बात का पता चला चैकिंग पॉइंट पर मौजूद टी आई और अन्य स्टाफ घबरा गए।लेकिन मंत्री जी ने गाड़ी से उतरकर खुद गाड़ी चेक करवाई और पुलिस कर्मियों की कार्यशैली की प्रशंसा की।

पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने के दौरान प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा कि शहर की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आप लोगों की ओर से दिखाई गई मुस्तैदी काबिले तारीफ है। साथ ही उन्होंने पुलिस को इस बात की नसीहत भी दी कि वाहन चेकिंग के नाम पर अनावश्यक किसी गरीब व्यक्ति को परेशान ना किया जाए।