भारत जैसे जैसे डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रहा है। हर देशवासी भी धीरे धीरे डिजिटल होता जा रहा है। कोई भी पेमेंट करनी हो या कोई भी काम आज घर बैठे डिजिटल तरीके से हो रहा है। आपने भिखारी तो देखे ही होंगे कभी मंदिर के बाहर तो किसी रेलवे स्टेशन पर। उन पर तरस खाकर हम उन्हें पैसे तो दे देते हैं लेकिन कभी-कभी हमारे पास छुट्टे पैसे नहीं होते। भिखारी का हुलिया देखकर लोगों को अंदाजा नहीं होता कि यह भिखारी इतना अमीर और एडवांस भी हो सकता है। कई बार तो भिखारियों के पास से अकूत संपत्ति निकल आती है। आज हम आपको डिजिटल भारत के एक डिजिटल भिखारी के बारे में बताने वाले हैं जो कैश के अलावा लोगों से डिजिटल भीख भी मांगता है। यह भिखारी इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
वैसे तो लोग बिहार को पिछड़ा समझते हैं लेकिन उन्हें पता नहीं है कि यहां के लोगों के अलावा यहां के भिखारी भी डिजिटल है। बिहार के बेतिया रेलवे स्टेशन पर पिछले तीस साल से राजू भिखारी भीख मांग रहा है।
जानकारी के अनुसार पहले राजू को अपना पेट पालने के लिए ही कड़ी मशक्क्त करनी पड़ती थी और किसी तरह वह कुछ पैसे जुटा पाता था लेकिन धीरे-धीरे राजू ने डिजिटल तरीके से भीख मांगना शुरू कर दिया और देखते ही देखते वह फेमस हो गया।
आसपास के कई शहरों में राजू भीख मांगने लगा और उसके भीख मांगने का अंदाज इतना निराला है कि लोगों का ध्यान उसकी तरफ चला ही जाता है। वह लोगों से अब छुट्टे नहीं बल्कि Phonepe, Google pay, Paytm जैसे डिजिटल तरीकों से भीख मांगता है। राजू ने यह सब तब शुरू किया जब लोग यह कह देते थे कि उनके पास छुट्टे पैसे नहीं हैं। इसके बाद राजू ने बैंक में खाता खुलवाया।
राजू भिखारी ने बताया कि अब भी ज्यादातर लोग नगद ही पैसे देते हैं लेकिन कुछ लोग बार कोड स्कैन करके खाते में भी पैसा ट्रांसफर करते हैं। बैंक अकाउंट खोलने में भी उसे काफी दिक्कतें हुई। इसके बाद उसने पीएम के डिजिटल इंडिया कैम्पेन से प्रभावित होकर अपना खाता खुलवाया।
उसकी राजनीति में भी दिलचस्पी है और वह लालू प्रसाद यादव का फैन है। वह कई बार उनसे मिल भी चुका है। फिलहाल राजू भिखारी इन दिनों अपने भीख मांगने के अंदाज से हर जगह छाया हुआ है।