बुजुर्गों को लेकर हरियाणा सरकार का एक और तोहफा। पेंशन को लेकर मुख्यमंत्री ने एक बड़ी राहत पहुंचाई है। सरकार के इस फैसले से हर बुजुर्ग की पेंशन को लेकर चिंताएं समाप्त हो गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित सचिवालय में हुई कैबिनेट मीटिंग में कई अहम फैसलों को मंजूरी दी गई है। इनमें एक फैसला बुजुर्गों की पेंशन को लेकर भी रहा।
मनोहर सरकार ने प्रदेश के बुजुर्गों को एक बड़ी राहत देते हुए बिना आवेदन किए ही पेंशन का लाभ प्रदान करने का फैसला किया है।
कैबिनेट मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि प्रदेश में जिस किसी पति-पत्नी की आय 2 लाख रुपए से कम हैं और वो अपनी उम्र के 60 साल पूरे कर चुके हैं, उनकी पेंशन बिना आवेदन फॉर्म भरें शुरू हो जाएगी। हालांकि जिनकी आय 2 लाख रुपए से अधिक है, उन पर अभी फैसला नहीं लिया गया है।
हरियाणा में सामाजिक पेंशन में समय-समय पर वृद्धि होती रही है। पिछले 7 साल में यहां सामाजिक पेंशन में ढाई गुना बढ़ोतरी की गई है। साल 2013-14 में जहां 1000 रुपये पेंशन मिलती थी जिसे साल 2020-21 में बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया गया।
हरियाणा में वर्तमान में बुजुर्गों को 2500 रुपये पेंशन दी जा रही है जो कि अन्य राज्यों की तुलना में काफी ज्यादा है। हरियाणा की अपेक्षा कांग्रेस शासित पंजाब में बुजुर्गों को केवल 1500 रुपये पेंशन मिलती है और दिल्ली में बुजुर्गों को करीब 2000 रुपये बतौर पेंशन मिलते हैं।