पर्यावरण का लगातार बदलता स्वरूप इस समय सबसे बड़ी चिंता का विषय है। इस बदलते मौसम की वजह से वैज्ञानिक चिंता में है। क्योंकि समय से पहले ही गर्मी आगमन और सर्दियों का भी देर से आना, पहाड़ों की बर्फ का लगातार पिघलना और इसकी वजह से जल स्तर बढ़ना, यह सब ग्लोबल वार्मिंग की वजह से हो रहा है। लेकिन सरकार और आम जनता का ध्यान तो सिर्फ अपने ऊपर ही है। कोई भी पर्यावरण को बचाने की कोशिश नहीं कर रहा। अगर ऐसा ही चलता रहा तो लोगों का जीवन खतरे में पड़ सकता है लेकिन वे इस गंभीर बात तो बातों ही बातों में निकाल देते हैं।
जैसा कि आप सब जानते हैं इस बार मार्च में ही गर्मियों ने दस्तक दे दी और लोगों का हाल बेहाल हो गया। पारा इतना ज्यादा बढ़ रहा था कि लोगों को एसी और कूलर चलाने पड़े। जबकि इससे पहले अप्रैल में इनकी जरूरत होती थी। देश के ही कई शहरों में 50 डिग्री तक पारा पहुंच गया है। मौसम में इतनी जल्दी और ऐसा भयानक बदलाव पहले कभी हुआ। इसी बीच एक और चिंताजनक खबर सामने आई है।

इन दिनों भारत के कई इलाके भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं। ऐसे में इंसान तो खुद को एसी और कूलर से खुद को बचा लेंगे लेकिन ये गर्मी इन बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए काल बन गई है।
हाल ही खबर सामने आई है कि गुजरात में भीषण गर्मी के कारण काफी बड़ी संख्या में पक्षी आसमान से बेहोश होकर सीधा जमीन पर गिर रहे हैं। पक्षी विशेषज्ञों का कहना है कि अब तापमान हद से ज्यादा बढ़ चुका है और पक्षी इसे बर्दाश्त नहीं कर रहे हैं।
पक्षियों को दी जा रही मल्टी विटामिन की गोलियां

अहमदाबाद का एक एनजीओ ने बताया कि पिछले कुछ हफ्तों में उन्होंने हजारों पक्षियों का इलाज किया है। हाल ही में उन पक्षियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है, जिन्हें बचाने की जरूरत है। एनजीओ के सदस्य गर्मी से बीमार पक्षियों को एक विशेष अस्पताल ला रहे। सीरिंज के जरिए मल्टी विटामिन की गोलियां दी जा रही हैं। वहीं इंसानों पर भी गर्मी का कहर टूट रहा, जिस वजह से उनके लिए भी अस्पतालों में खास वार्ड बनाए गए हैं।

अगर आपको यह लग रहा है कि पक्षियों का गर्मी से बीमार पड़ना आम बात है तो आप गलत हैं। ग्लोबल वार्मिंग की वजह से पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रकृति के सभी जीव अलग हैं, सबकी क्षमता अलग है। उन्हें इस हिसाब से बनाया है कि वह मौसम के अनुसार खुद को ढाल सकें।
हार मान चुका है पक्षियों का शरीर

लेकिन अब गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि पक्षी इसे झेल नहीं पा रहे हैं। उनका शरीर इस गर्मी के आगे अब हार मान चुका है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्लोबल वार्मिंग को लेकर अगर अब भी हम सचेत नहीं हुए तो वह दिन दूर नहीं जब इंसान भी धूप में निकलते ही बेहोश हो जाएंगे।
जारी हुआ रेड और ऑरेंज अलर्ट

गर्मी इतनी ज्यादा है कि लगता है मानसून भी देरी से ही आयेगा। ऐसे में फिलहाल गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। फिलहाल हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान में लू का कहर जारी है। तापमान 40 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। वहीं दूसरी तरफ गर्मी को लेकर राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में रेड और ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।