हरियाणा सरकार के मौजूदा हेलीकाप्टर की एक्यपायरी डेट में 90 से 100 घंटे की उड़ान का समय बाकी बचा है। इसके बाद इस हेलीकाप्टर में उड़ान भरना खतरे से खाली नहीं होगा। मौजूदा हेलीकाप्टर की कई बार हुई आपात लैंडिंग के बाद सरकार ने नया हेलीकाप्टर खरीदने का निर्णय लिया है। इसकी कीमत करीब 75 करोड़ रुपये होगी। हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में हालांकि उन कंपनियों से बातचीत हुई, जो सरकार को हेलीकाप्टर मुहैया करा सकती हैं, लेकिन केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार नए सेप्टी फीचर्स के साथ इस खरीद को फाइनल करने पर सहमति बनी।
नागरिक उड्डयन विभाग का मंत्रालय उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पास है। हेलीकाप्टर के पायलट और इंजीनियरों की टीम ने सरकार को नया हेलीकाप्टर खरीदने की सलाह दी, जिसके बाद इस पर कदम आगे बढ़ाए गए।

हेलीकाप्टर बनाने वाली कंपनियों को सेफ्टी फीचर्स बढ़ाकर नए सिरे से प्रस्ताव देने को कहा गया है। केंद्र ने हेलीकाप्टर को लग्जरी सेवाओं में नहीं रखा है। इसे ट्रांसपोर्ट कैटेगरी में रखा गया है। ऐसे में इस पर टैक्स की दरें भी कम होंगी।

वर्तमान में सरकार के पास एक हेलीकाप्टर के अलावा एक सरकारी प्लेन भी है। प्लेन की खरीद भाजपा सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान की थी। हेलीकाप्टर पूर्व की हुड्डा सरकार के समय खरीदा गया था।
नई गाइडलाइन के हिसाब से होगी खरीद

उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का कहना है कि हरियाणा सरकार नया हेलीकाप्टर खरीदने का विचार कर रही है। हाल ही में हुई हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में इस पर चर्चा हुई थी, लेकिन फैसला नहीं हो पाया। केंद्र सरकार ने नए सेफ्टी मानदंड तय किए हैं। ऐसे में नई गाइड लाइन के हिसब से ही हेलीकाप्टर की खरीद होगी।