कौन कहता है कि देश के लिए सिर्फ लड़के ही लड़ सकते हैं, लड़के ही आर्मी में जा सकते हैं इस बात को गलत साबित किया सोनीपत की रहने वाली शीतल ने आपको बता दें कि सोनीपत की रहने वाली शीतल वह पहली लड़की बनी जो कि (एनडीए) राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में चयनित हुई।
आपको बता दें कि शीतल का यह सपना तब बना जब शीतल को यह पता चला कि एनडीए में लड़कियां भी दाखिला ले सकती हैं। शीतल ने NDA का सपना बनाया और उसी सपने के आधार पर कड़ी मेहनत की।

शीतल जिले की वह पहली लड़की बनी जो की राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में चयनित हुई। शीतल ने यह उपलब्धि हासिल कर ना केवल अपने जिले का नाम रोशन किया अपितु उसके परिवार का समाज में भी नाम हुआ।

शीतल ने बताया कि वह रोजाना अखबार पढ़ती थी और इंटरनेट की सहायता से पेपर की तैयारी करती थी। शीतल ने एनडीए के परीक्षा के लिए काफी मेहनत की और नवंबर 2021 में एनडीए का एग्जाम हुआ।
जिसका दिसंबर के महीने में रिजल्ट निकला जिसमें शीतल उत्तीर्ण हो गई जब शीतल को पता चला कि वह उत्तीर्ण हो गई हैं। तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा और वह बेहद खुश हुई साथ ही उनका परिवार भी बहुत खुश हुआ।

शीतल ने बताया कि उन्होंने अपनी दसवीं कक्षा स्प्रिंग बर्ड स्कूल से की वहीं 11वीं और 12वीं कक्षा हिंदू विद्यापीठ से की। शीतल ने बताया कि एनडीए का जो परीक्षा हो गया लेकिन इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत करके अपना 8 किलो वजन कम किया।

दरअसल शीतल ने बताया की परीक्षा के बाद शीतल का साक्षात्कार होना था और साक्षात्कार 5 दिन की प्रक्रिया के बाद पूरा हुआ इसके बाद जब शीतल का मेडिकल हुआ तो वहां पता चला की शीतल का वजन 8 किलोग्राम ज्यादा है।
शीतल इतने ऊंचे मुकाम पर पहुंचने के बाद पीछे मुड़कर देखना नहीं चाहती थी जिसके चलते उन्होंने बदन कम करने के लिए कड़ी मेहनत की और 40 दिन तक कठिन परिश्रम किया और 8 किलो वजन कम किया।
40 दिन के बाद शीतल ने अपना मेडिकल कराया तब उनको वहां पर पास कर दिया गया। मेडिकल पास होने के बाद शीतल का नियुक्ति पत्र 29 जुलाई को उनके हाथों में आ गया उसके बाद उनकी खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं रहा इस बड़ी सफलता से शीतल और उनके परिवार की समाज में बहुत नाम हुआ और शीतल जिले भर में फेमस हो गई।