फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए करोड़ों रुपए लगाने की बात कही गई थी। फरीदाबाद पर लगातार यह सवाल उठाए जाते हैं की यह अभी तक स्मार्ट सिटी क्यों नहीं बन पाई । फरीदाबाद में कई जगहों पर यहाँ की दयनीय स्थिति काफी खराब देखी गई है।
फरीदाबाद में अभी बहुत से गांव ऐसे हैं जिसमें विकास नाम मात्र भी नहीं किया गया है। आपको बता दें कि 45 योजनाओं को स्मार्ट सिटी के लिए मंजूरी दी गई थी जिसमें से एक करोड़ सात लाख रुपए का मोबिलिटी प्लान ही पूरा हो पाया है

बाकी 44 योजनाएं अधूरी पड़ी है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा और राज्य सरकार द्वारा इन योजनाओं को पूरा करने के लिए लगभग 588 करोड रुपए दिए गए हैं।
आपको बता दें कि शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉक्टर कमल गुप्ता ने स्मार्ट सिटी के योजना के लिए कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा के एक सवाल पर जवाब दिया उन्होंने कहा कि 44 योजनाओं पर काम किया जा रहा है और बस इनका निष्पादन करना बकाया है।

आपको बता दें कि 2015 में देश के 100 शहरों में फरीदाबाद और करनाल को स्मार्ट सिटी योजना के लिए चुना गया था फरीदाबाद स्मार्ट सिटी के लिए सारे योजनाओं को तय कर लिया गया था ।

परंतु 2022 में भी अभी तक केवल एक योजना को पूरा किया गया है। कुछ लोगों का कहना है कि स्मार्ट सिटी नाम के लिए ही रह गई है।
क्योंकि स्मार्ट सिटी की शुरुआत शहर की सफाई से होती है और फिर उसके बाद सड़क निर्माण इत्यादि पर जोर दिया जाता है परंतु फरीदाबाद में सड़कों पर ही कूड़े का ढेर दिखाई देता है और इसमें सफाई कर्मचारियों और अधिकारियों की लापरवाही साफ तौर से देखी जा सकती है। यदि ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले समय में भी स्मार्ट सिटी केवल एक सपना ही रह जाएगा।