बॉलीवुड के मशहूर कलाकारों में से एक पंकज त्रिपाठी किस प्रकार से वे एक स्टार की श्रेणी में कदम रखा। और इन्होने गरीबी के दिनों को काटकर आज वो इतने सफल हुहे है। हर कोई चाहता है की वो भी एक दिन स्टार बने लेकिन इन्होने कभी ऐसा सपना नहीं देखा था की वो एक स्टार बनेंगे वो भी बॉलीवुड के और आज वो बॉलीवुड के चेहते सितारे है।
गैंग्स ऑफ वासेपुर व मसान फिल्मों से अपनी अभिनय प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले पंकज त्रिपाठी बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों में शुमार हैं। पंकज त्रिपाठी की एक पहचान ये भी है कि वो अपने अंदर गांव और माटी बसाए हुए हैं और हो भी क्यों न, ये दिग्गज अभिनेता एक किसान का बेटा जो है।

बिहार के गोपालगंज जिले के बेलसंड गाँव में एक किसान के घर 28 सितंबर को जन्मे पंकज त्रिपाठी की गिनती आज सफल अभिनेताओं में होती है। लेकिन बेलसंड गाँव से बॉलीवुड तक का सफर उनके लिए काफी संघर्षपूर्ण रहा। आपको बता दे कि 12 क्लास में उन्होंने अंधा कानून नाटक देखा। इस नाटक में एक्टर प्रणिता जायसवाल के काम ने उन्हें रुला दिया।

इसके बाद तो उन्हें थिएटर इतना भाया कि पटना में जहां कोई नाटक होता, पंकज त्रिपाठी वहां पहुंच। 1996 में वो ख़ुद एक कलाकार बन गए। पंकज त्रिपाठी शुरू से ही एक्टिंग कै शौकिन थे।

अपने गांव में त्योहारी सीजन के दौरान होने वाले नाटक में वे लड़की की भूमिका निभाते थे। इस एक्टिंग को उनके गांव वालों से काफी सराहना मिलती थी। लोग इन्हें एक्टिंग की दुनिया में कुछ बेहतर करने को खूब प्रोत्साहित भी करते थे। साल 2004 में पंकज सपनों के शहर मुंबई चले गए।

साल 2012 में उनकी किस्मत का सितारा ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से चमका। इस फिल्म में वे अहम भूमिका में दिखाए गए और उनकी प्रतिभा की सही पहचान लोगों के सामने आई। इन्होंने तमिल फिल्म में भी काम किया है।