कुछ ही महीनों में दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर (Delhi-Meerut Corridor) बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बनने के के बाद लोग आसानी से यात्रा कर पाएंगे। एनसीआर परिवहन निगम (NCR transport corporation) ने कॉरिडोर के रास्ते में आने वाली बाधाओं को हटाना शुरू कर दिया। इसने दिल्ली और एनसीआर के लोगों के लिए एक और रैपिड रेल प्रोजेक्ट (Rapid Rail Project) को अधिकृत करके दिल्ली के लोगों को उपहार दिया है। दिल्ली SNB (शाहजहांपुर-नीमराना-बेहरोद) कॉरिडोर, जिसे राष्ट्रीय सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था, अब दिल्ली (Delhi) और हरियाणा (Haryana) के बीच आने वाले यात्रियों के लिए 107 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर होगा।
यह पूरी परियोजना क्षेत्रीय रेल ट्रांजिट सिस्टम, या आरआरटीएस पर बनाई जाएगी, जो कम से कम समय में अधिक से अधिक यात्रियों को लाने के लिए तेज गति से बड़ी दूरी तय करने में सक्षम होगी।
आपको बता दें कि दिल्ली (Delhi), हरियाणा (Haryana) और राजस्थान (Rajasthan) की सरकारों ने इस पूरे कॉरिडोर के लिए संपूर्ण प्रोजेक्ट स्टडी को अपनी मंजूरी दे दी है। यह रैपिड रेल ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम (Rapid Rail Transportation System) एनसीआर के दिल्ली से हरियाणा और राजस्थान तक के इलाकों के लिए वरदान साबित होगा।
बाधाओं को हटाना हुआ शुरू
समय का पूरा सदुपयोग करते हुए एनसीआर परिवहन निगम ने कॉरिडोर के रास्ते में आने वाली बाधाओं को हटाना शुरू कर दिया है। कई इलाकों में सड़कें बन चुकी हैं और जहां पहले काम होना चाहिए। इसे और भी बढ़ा दिया गया है ताकि निर्माण पूरा होने के बाद भी लोग स्वतंत्र रूप से घूम सकें। इंजीनियरों को भी लगाया गया है, और गुरुग्राम (Gurugram) और दिल्ली (Delhi) में गलियारे के लिए एक मुख्य परियोजना प्रबंधक का गठन किया गया है।
रास्ते में होंगे 11 स्टॉप
107 किलोमीटर के दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी मार्ग (Delhi-Gurugram-SNB route) में पांच स्टॉप और 35 किलोमीटर की लंबाई होगी। शेष 71 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी, जिसमें रास्ते में 11 स्टॉप होंगे। यह कॉरिडोर दिल्ली (Delhi) के सराय काले खां (Sarai Kale Khan) से चलेगा और अन्य दो आरआरटीएस कॉरिडोर (RRTS Corridor) के साथ इंटरऑपरेबल होगा, जिससे यात्री बिना ट्रेन बदले एक से दूसरे में जा सकेंगे।
आरआरटीएस ट्रेन (RRTS Train) की आरपरेशन स्पीड 160 किमी प्रति घंटा तथा औसत गति 100 किमी प्रति घंटा होगी और यह प्रत्येक 5-10 मिनट की आवृति पर उपलब्ध होगी।
एलिवेटेड : 70.5 किमी (हरियाणा-68.5 किमी और राजस्थान-2 किमी)
भूमिगत : 36.5 किमी (दिल्ली में 22.5 किमी, हरियाणा में 14 किमी)
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