जल्दी ही हरियाणा में लगे बिजली के सभी पुराने मीटर बदले जाएंगे। इनके बदले सरकार डिजिटल स्मार्ट बिजली मीटर (digital smart electricity meter) लगाने की तैयारी में हैं। इन बिजली मीटरों से उपभोक्ताओं का तो काफी फायदा होगा ही साथ ही निगम को भी कई परेशानियों से निजात मिलेगी। ऑफिस में बैठकर ही अधिकारी मीटर के जरिए खर्च होने वाली बिजली का पता लगा सकेंगे। उन्हें अब लोगों के घर घर जाकर रीडिंग चेक करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उपभोक्ता स्वयं इस मीटर को बंद और चालू कर सकेंगे। डिजिटल मीटर (Digital Meter) से रीडिंग को लेकर कोई लापरवाही भी नहीं होगी। इस नए तरह की मीटर से काफी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
बता दें कि फिलहाल प्रदेश के पांच जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, अंबाला, करनाल तथा पंचकूला में इन डिजिटल मीटरों को लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है पुराने मीटर बदलने की निरंतर कार्यवाही चल रही है कहा जा रहा है कि आने वाले 15 से 20 दिनों में सभी पुराने मीटर डिजिटल मीटर में बदल दिए जाएंगे।
डिजिटल बिजली मीटर के फायदों की बात करें तो इससे लोगों को काफी फायदा होने वाला है। इससे उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलेगी। इस बिजली मीटर को वे स्वयं बंद और चालू कर सकते हैं। इन मीटरों का कंट्रोल निगम के कार्यालय में रहेगा।
इन समस्याओं से मिलेगी निजात
इस मीटर के लगने से लोगों को रीडिंग और गलत बिजली बिल संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा स्मार्ट मीटर लगने के बाद कोई भी निगम कर्मचारी रीडिंग लेने नहीं आएगा। यह मीटर नेट के जरिए निगम के सर्वर से जुड़ा रहेगा होगा। जिससे कार्यालय में बैठेगी बैठकर ही रीडिंग निकाली जा सकेगी। साथ ही उपभोक्ता भी अपने मोबाइल फोन पर हर रोज खर्च होने वाली बिजली की जानकारी ले पाएंगे।
यह डिजिटल बिजली मीटर लगने के बाद बिजली भी निगम कार्यालय में ही बैठकर ऑनलाइन व ऑफलाइन जारी किए जाएंगे। रीडिंग को लेकर होने वाली लापरवाही खत्म हो जाएगी। कई बार गलत रीडिंग के कारण उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन मीटरों से इन परेशानियों का स्थायी समाधान हो जाएगा।
15 से 20 दिन में पूरी होगी प्रक्रिया
बिजली निगम के एक्सईएन सुखबीर सिंह ने बताया कि डिजिटल मीटर लगाने का काम 90 फीसदी पूरा हो गया है। आने वाले 15-20 दिन में सभी पुराने मीटर की जगह डिजिटल मीटर लगा दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि निसंदेह ये मीटर लगने से उपभोक्ताओं के साथ निगम को काफी फायदा होगा। बिजली चोरी रुकेगी। साथ ही रीडिंग की झंझट भी पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
पुराने मीटरों में नहीं थी यह सुविधा
डिजिटल मीटर लगने के बाद से उपभोक्ता अपने मोबाइल फोन पर ही इस्तेमाल होने वाली बिजली की जानकारी ले पाएंगे। जबकि पुराने मीटरों में ऐसी कोई सुविधा नहीं थी और यही कारण है कि सभी पुराने मीटरों को बदला जा रहा है। फिलहाल 5 जिलों में यह योजना चल रही है। इनमें काम पूरा होने के बाद अन्य जिलों में योजना शुरू की जाएगी।