नगर निगम का अजब-गजब कारनामा सामने आया है। दीपावली से पहले नगर निगम ने शहर काे जगमग करने के उद्देश्य से करीब 7000 नई एलईडी स्ट्रीट लाइटें टांग दी, लेकिन किसी के भी बिजली कनेक्शन नहीं किए हैं। अब इन नई स्ट्रीट लाइटाें काे लगाने का काम भी लगभग 15 दिन पहले पूरा हाे चुका था, लेकिन अब तक भी बिजली कनेक्शन करने की याेजना पर काेई काम शुरू नहीं किया है। इससे शहरवासियों की चिताएं और भी बढ़ने लगी हैं।
शहरवासी भी आने वाले दिनाें में अपनी खस्ताहाल एवं अंधेरी सड़काें पर सफर करते समय इस बात के लिए तैयार रहें कि वे किसी भी जगह और किसी भी समय हादसाें का शिकार हाे सकते हैं। सड़क हादसे हाेना तय हैं, क्याेंकि घनी धुंध के समय स्ट्रीट लाइट नहीं जलने से सड़काें पर अंधेरा रहेगा।
उस अंधेरे में सड़काें पर सफर करने वाले राहगीराें काे खस्ताहाल सड़काें के गड्ढ़े व चाैक चाेराहाें पर खड़े बेसहारा पशु दिखाई नहीं देंगे। इनकी चपेट में आकर सड़क हादसा हाेना तय है।
निगम की 2 बड़ी गलतियां:
लाइटों का ग्रुप बनाकर एक ही जगह पर पैनल बोर्ड लगाना था, नहीं लगाया।
पहले लगाई 2 हजार लाइटें सिंगल कनेक्शन पर जोड़ी, इनमें से 700 लाइटें फुंक गई थी।
शहर में लगाई गई नई एलईडी स्ट्रीट लाइट मुंबई से खरीदकर लाई गई थी। 2019 में लाइटाें काे खरीदने से पहले पार्षदाें व अधिकारियाें का प्रतिनिधि मंडल, सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट व पार्षद रविंद्र भाटिया समेत अन्य प्रतिनिधि मुंबई में स्ट्रीट लाइटाें की क्वालिटी देखने पहुंचे थे। इसके बाद इन्हीं लाइटाें की इंस्टालेशन में प्रयाेग हाेने वाली केबल खरीदने के लिए जनवरी 2020 में दूसरा प्रतिनिधि मंडल दिल्ली में गया था।
फरवरी 2020 में सेक्टर-11/12 पर नई लाइटाें की इंस्टालेशन का काम शुरू हुआ था। सेक्टर-11/12, वार्ड-15 के किशनपुरा व शिव नगर समेत अन्य एरिया में करीब 2200 लाइट लगाई गई। इनमें से 700 से ज्यादा लाइटें फुंक गई थी। क्योंकि इनके फुंकने का कारण सिंगल तार वाली केबल माना को गया था।
सभी लाइटाें का ग्रुप बनाकर रात में एक साथ ऑन और सुबह दिन निकलने पर ऑफ करने के लिए पैनल बाेर्ड लगाया जाना था। इससे सभी लाइटे कंट्राेल हाेती। अब तक डबल वायर वाली केबल नहीं खरीदी गई है। इन लाइटाें काे खरीदने के लिए 2 कराेड़ के 4 टेंडर और इंस्टालेशन के लिए भी अलग से 2 कराेड़ रुपए का टेंडर लगाया गया है।
नगर निगम ने नई स्ट्रीट लाइटाें काे बैड स्विच से जाेड़ा है। ये बैड स्विच नीचे लटकाकर छाेड़ दिए गए हैं। कुछ लाेगाें ने अपने घराें के आसपास लगी लाइटाें काे अवैध तरीके से बिजली निगम की लाइनाें में कुंडी लगाकर चलाना शुरू कर दिया है।
ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया मेन्यूफेक्चरर्स एसोसिएशन की मांग पर पहली बार 100 एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाई गई। ये सभी बंद पड़ी हैं, क्याेंकि इनमें बिजली कनेक्शन नहीं है। ऐसे ही वार्ड-3 के तहसील कैंप एरिया, वार्ड-12 में सनाैली राेड एरिया, वार्ड-21 में जाटल राेड से लगने वाली दाेनाें और की काॅलाेनियां, वाेर्ड-22 में कच्चा कैंप वार्ड-23 का काबड़ी राेड एरिया समेत अन्य में जितनी भी जगह लाइट लगाई गई हैं, उनके अवैध तरीके से ही कुंडी कंनेक्शन जुड़े हुए हैं।
आरके सिंह, कमिश्नर, नगर निगम, पानीपत :- लगी लाइटाें के ग्रुप बनाकर डबल तार वाली केबल से जाेड़ने का काम जल्द शुरू कराया जाएगा। इन्हें ऑन-ऑफ करने के लिए पैनल बाेर्ड भी लगाए जांएगे। शहरवासियाेें की सुविधा मेें तेज गति से लाइटाें काे इंस्टॉल कराया है। कुछ लाइटाें काे फिलहाल पुराने कनेक्शनाें से जाेड़ा गया है, ताकि गलियाें में अंधेरा न रहे।
हरियाणा को खिलाड़ियों की भूमि कहा जाता है। देश में सबसे ज्यादा पदक हरियाणा के…
आप सभी जानते ही हैं अब चुनाव का विगुल बज चुका है। सभी पार्टियों ने…
जब भी जनहित की बात आती है, तो हरियाणा सरकार कई बदलाव करते हुए नजर…
UPSC Results: ब्राजील से अपने माता-पिता को छोड़ एक लड़की UPSC की परीक्षा में सफलता…
हरियाणा सरकार जनता के लिए हमेशा कुछ ना कुछ अच्छा करती रहती है। जिससे कि…